भारत में हाई-स्पीड रेल का सपना अब जल्द ही साकार होने वाला है. बुलेट ट्रेनों के लिए देश की पहली गिट्टी रहित ट्रैक बनाने का काम तेजी से चल रहा है. आइए जानते हैं इस खास ट्रैक की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताओं के बारे में-
- 320 किमी प्रति घंटे की गति सीमा: यह नई ट्रैक डिज़ाइन बुलेट ट्रेनों को 320 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने की अनुमति देगी, जिससे यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा.
- 153 किमी का वियाडक्ट पूरा: पूरे ट्रैक परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा वियाडक्ट का निर्माण है, जो अब 153 किमी तक पूरा हो चुका है. वियाडक्ट ऐसे पुल होते हैं जो रास्ते में आने वाली बाधाओं, जैसे नदियों या नहरों, के ऊपर से गुजरते हैं.
- 295.5 किमी का पियर का काम पूरा: ट्रैक के लिए आवश्यक पिलरों यानी पियरों का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है. अब तक 295.5 किमी तक के पियर का काम पूरा हो चुका है. ये पियर ही पटरियों को सहारा देते हैं.
Bharat’s first ballastless track for #BulletTrain !
✅320 kmph speed threshold
✅153 km of viaduct completed
✅295.5 km of pier work completed
More to come in Modi 3.0 pic.twitter.com/YV6vP4tbXS
— Ashwini Vaishnaw (मोदी का परिवार) (@AshwiniVaishnaw) March 28, 2024
यह प्रोजेक्ट मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में देश के बुनियादी ढांचे के विकास का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है. आने वाले समय में इस प्रोजेक्ट के बारे में और भी जानकारी मिलने की उम्मीद है.
मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर (MAHSR) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसके तहत मुंबई और अहमदाबाद शहरों को बुलेट ट्रेन से जोड़ा जाएगा. यह भारत की पहली हाई-स्पीड रेल लाइन होगी, जो 508 किलोमीटर की दूरी को 2 घंटे 58 मिनट में तय करेगी.