कोरोनावायरस महामारी के बीच 3 मई तक भारत में लॉकडाउन की अवधि को बढा दिया गया है. इस बीच खबर आ रही है कि केंद्र सरकार सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों के लिए आर्थिक पैकेज ला सकती है. मंदी की आशंकाओं को कम करने के उद्देश्य से, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति के बारे में जानकारी दी. न्यू इंडियन एक्सप्रेस और टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबरों के अनुसार, दोनों ने सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों के लिए प्रोत्साहन पैकेज पर चर्चा की. उड्डयन, आतिथ्य, एमएसएमई और निर्यात जैसे क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर नौकरी जाने की सम्भावना है. ऐसा भी बताया जा रहा है कि पीएम और वित्त मंत्री के बीच इस मुद्दे पर भी चर्चा हुई.
उच्च स्तरीय बैठक में, पीएम मोदी और FM सीतारमण दोनों ने वायरस के प्रकोप के प्रभाव पर बने आर्थिक टास्क फ़ोर्स पर चर्चा की. आर्थिक टास्क फ़ोर्स मार्च 2020 में केंद्र सरकार द्वारा स्थापित किया गया था, जो भारत के व्यवसायों पर COVID -19 के वित्तीय प्रभाव का विश्लेषण करता है.
इस बेहद महत्वपूर्ण बैठक में पीएम मोदी और वित्त मंत्री सीतारमण ने हाल ही में विभिन्न एजेंसियों द्वारा जीडीपी वृद्धि के निचले पूर्वानुमानों पर चर्चा भी की. न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में कहा गया है कि, "व्यापक चर्चा पीएम को लॉकडाउन के प्रारंभिक प्रभाव के बारे में बताने के लिए थी. वित्तीय क्षेत्र पर विस्तार से चर्चा की गई. विभिन्न क्षेत्रों पर प्रभाव (वायरस के प्रकोप) और फिर अर्थव्यवस्था को रिवाइव करने के संभावित रोडमैप पर भी बातचीत हुई. ”