Farmers Protest: कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन लगातार जारी हैं. सरकार और किसान संगठन के बीच आज दसवें दौर की वार्ता होने वाली थी. लेकिन सोमवार को सरकार की तरफ से किसान नेताओं को सूचित किया गया कि उनके साथ 19 जनवरी को होने वाली वार्ता 20 जनवरी को होगी. वहीं सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने किसानों और सरकार के बीच बातचीत के लिए जो चार सदस्यों की टीम का गठन किया था वह टीम 21 जनवरी को सुबह 11 बजे किसानों से पहली बार मिलने जा रही हैं.
कमेटी के सदस्य अनिल घनवंत (Anil Ghanwat) ने मीडिया के बातचीत में कहा कि हम 21 जनवरी को किसानों से मुलाकात करने जा रहे हैं. कमेटी ने तय कर लिया है कि किस आधार पर आगे बढ़ना है. हम सभी पक्षों को सुनेंगे और अंत में सुप्रीम कोर्ट में अपनी रिपोर्ट सौपेंगे. अनिल घनवंत ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा जो जिम्मेदारी दी गई है, वो उसे निभाएंगे. वहीं उन्होंने कहा कि जो किसान संगठन बैठक में नहीं आ सकते हैं हम उनका मत वीडियो कांफ्रेंसिंग से जानेंगे की कोशिश करेंगे. यह भी पढ़े: Farmers Protest: किसानों और सरकार के बीच मंगलवार होने वाली बैठक टली, अब 20 जनवरी को होगी वार्ता
It has been decided that the first meet with farmers will be held on Jan 21st. Physical meeting will be held with those organisations who want to meet us in person. Video conferencing will be held with those who can't come to us: Anil Ghanwat, member of SC-formed committee pic.twitter.com/E35nzwE5Cd
— ANI (@ANI) January 19, 2021
बता दें कि सरकार और किसानों के बीच कृषि कानूनों पर बातचीत से हल नहीं निकलने पर मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा. जिसके बाद कोर्ट ने बीच का हल निकालने के लिए चार सदस्यों की एक टीम का गठन किया है. जो सरकार और किसानों की बात सुनने के बाद दो महीने के अन्दर अपनी रिपोर्ट कोर्ट को सौंपेगी.
चार सदस्यों की टीम में बीकेयू अध्यक्ष भूपिंदर सिंह मान, इंटल पॉलिसी हेड डॉ. प्रमोद कुमार जोशी, कृषि अर्थशास्त्री अशोक गुलाटी, महाराष्ट्र शिवकेरी संगठन अनिल धनवत शामिल हैं. हालांकि, भूपिंदर सिंह मान ने खुद को कमेटी से अलग कर लिया, अब ऐसे में तीन सदस्यों की कमेटी अपना काम कर रही है.