Farmers Protest: सिंधु बॉर्डर पर धरने पर बैठे सोनीपत के किसान की मौत, परिजन बोले- ठंड लगने से गई जान

देशभर में मंगलवार को भारत बंद का मिला जुला असर देखने को मिल रहा है. केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का तीव्र प्रदर्शन जारी है. इस बीच एक दुखद खबर आई है.

किसान आंदोलन (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: देशभर में मंगलवार को भारत बंद का मिला जुला असर देखने को मिल रहा है. केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का तीव्र प्रदर्शन जारी है. इस बीच एक दुखद खबर आई है. कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल एक किसान की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि सोनीपत के बरोदा के रहने वाले किसान की ठंड लगने से जान चली गई. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है. सिंधु बॉर्डर पर किसानों से मिले अरविंद केजरीवाल, कहा- सेवादार बनकर आपके साथ खड़ा हूं

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन में शामिल 32 वर्षीय अजय बीती रात सही सलामत था और खाना खाकर सोया था लेकिन वह सुबह उठा ही नहीं. परिजनों का आरोप है कि अजय की जान ठंड के कारण गई है. टीडीआई सिटी के सामने यह घटना घटी. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. आम आदमी पार्टी ने सीएम केजरीवाल को नजरंबद करने का लगाया आरोप, दिल्ली पुलिस ने किया इनकार

उल्लेखनीय है कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध का मंगलवार को 13वां दिन है. आज किसानों द्वारा बुलाए गए 'भारत बंद' के मद्देनजर सिंघु बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. यहां दिल्ली पुलिस, रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है. हालांकि करनाल बाईपास से होकर सिंघु सीमा की ओर जाने वाले यातायात पर अब तक बंद का कोई खास असर नहीं दिखा है.

नए कृषि कानून किसानों को उनके तय एपीएमसी बाजार के अलावा अन्य स्थानों पर भी अपनी उपज को बेचने की अनुमति देते हैं. इसके अलावा ये कानून अनुबंध के तहत खेती करने की अनुमति भी देते हैं जिसके तहत वे निजी कंपनियों के साथ पारिश्रमिक या पूर्व-निर्धारित कीमतों के साथ सप्लाई को लेकर समझौते कर सकते हैं. हालांकि, किसानों का मानना है कि नए कृषि कानून न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रणाली (एमएसपी) को खत्म कर देंगे और वे बड़े कॉपरेरेट्स की दया पर निर्भर हो जाएंगे.

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