गुरुग्राम, 27 दिसंबर: 22 साल की महिला की आत्महत्या के मामले में फरीदाबाद (Faridabad) पुलिस के साइबर क्राइम थाना सेक्टर-19 की टीम पर गंभीर आरोप लगे हैं. महिला के परिवार ने फरीदाबाद पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज करते हुए आरोप लगाया कि पुलिस ने मृतका और उसके परिवार के सदस्यों के साथ दुर्व्यवहार किया. मृतका आशा राजेंद्र पार्क (Rajendra Park) में रहती थी और उसने शनिवार की सुबह आत्महत्या कर ली थी. वहीं परिवार ने इस घटना में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए शव लेने से इनकार कर दिया था.
सूत्रों ने बताया है कि फरीदाबाद पुलिस की साइबर क्राइम थाने की टीम ने शुक्रवार की रात करीब 11.30 बजे गुरुग्राम (Gurugram) के राजेंद्र पार्क इलाके में स्थित एक घर में छापा मारा था. यह छापा धोखाधड़ी के आरोपी शंकर की तलाश में मारा गया था. इसके अलावा शंकर पर यह भी आरोप है कि उसने शुक्रवार को अपने साथी को गुरुग्राम में फरीदाबाद पुलिस की हिरासत से भागने में मदद की थी. शिकायतकर्ता संदीप (Sandeep) ने कहा है कि फरीदाबाद की पुलिस ने शंकर के ठिकाने के बारे में पूछने के लिए उसकी पत्नी और बहन आशा से मारपीट की और फिर उसकी पत्नी को फरीदाबाद ले गए.
संदीप ने बताया, "पीड़िता आशा (Asha) ने शुक्रवार की रात बताया कि पुलिस उसकी भाभी को फरीदाबाद ले गई है. मैं शनिवार सुबह उनके घर पहुंचा. फरीदाबाद पुलिस ने मेरे साथ भी दुर्व्यवहार किया, उन्होंने मेरा फोन ले लिया और शंकर के बारे में पूछते हुए मुझे थप्पड़ मार दिया. वे मुझे फरीदाबाद साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ले गए, मुझे शंकर (Shankar) की पत्नी के सामने बेरहमी से पीटा और शंकर के बदले में 10 लाख रुपये मांगे. फरीदाबाद पुलिस के दबाव के कारण ही आशा (मृतका) ने आत्महत्या की. इस मामले में शामिल फरीदाबाद पुलिस के दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए."
एसीपी (उद्योग विहार) राजीव कुमार ने कहा है, "हमें शिकायत मिली है. राजेंद्र पार्क पुलिस स्टेशन के एसएचओ मामले की जांच कर रहे हैं. कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी."