थाना सेक्टर 63 नोएडा पुलिस व साइबर हेल्पलाइन मुख्यालय ने एच 15 सेक्टर-63 पर छापामार कर फर्जी काल सेंटर का पर्दाफाश किया है. इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. ये लोग फर्जी आईडी की सिम से कॉल करके प्रधानमंत्री मुद्रा लोन देने के नाम पर लोगों को ठगते थे. ये लोन वैरिफिकेशन के नाम फाइल चार्ज, इश्योरेंस फीस, ईसीएस चार्ज व जीएसटी के नाम पर पैसा लेकर करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके है. इनके पास से 10 डेस्कटॉप, 21 मोबाइल, 17 डेबिट कार्ड, 28 हजार कैश और 5 फर्जी लोन अप्रूवल लेटर बरामद किए हैं. यह भी पढ़ें: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष Rahul Gandhi ने सरकार पर लगाया बड़ा आरोप, कहा- केंद्र की दमनकारी नीतियों का शिकार बनती जा रही है मनरेगा
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इन लोगों ने जन लक्ष्मी फाइनेंस डॉट इन के नाम से एक वेबसाइट बनाई थी। फर्जी सिम के जरिए ये लोग स्टार्ट अप या लोग लेने के इच्छुक लोगों का डाटा निकालकर उनको फोन करते थे. झांसे में लेने के लिए तमाम क्वारी के नाम पर ये उनसे यूपीआई के जरिए पैसा अकाउंट में ट्रांसफर कराते थे. इसके बाद 'जनलक्ष्मीफाइनेंस' के नाम पर फर्जी स्वीकृति पत्र तैयार किया जाता था. इसे अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाता था. यही नहीं वाट्सएप पर कस्टमर को ये स्वीकृति पत्र भेज देते थे. फर्जी स्वीकृति पत्र को असली मानकर लोग इनके खातों में पैसा डाल देते थे.
साइबर सेल को इस तरह की लगातार शिकायत मिल रही थी। ऐसे में एच-15 सेक्टर-63 छापामार कर छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान सौरभ शर्मा, लक्ष्य वशिष्ट, सतेन्द्र कुमार पाल, हरिओम गौतम पुत्र, अमन कुमार, नकुल कुमार, रोहित कुमार, हर्ष कुमार को गिरफ्तार किया है.