Fact Check: क्या BJP सांसद अरुण गोविल ने PM मोदी पर साधा निशाना? जानें वायरल वीडियो की सच्चाई

BJP MP Arun Govil's Fact Check: आजकल सोशल मीडिया पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता और मेरठ से सांसद अरुण गोविल का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो को शेयर करके दावा किया जा रहा है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की है.

क्या है वायरल दावा?

संसद के मानसून सत्र के बीच, 'Voice of Bihar Rahul Gandhi' नाम के एक फेसबुक पेज ने 25 जुलाई को एक वीडियो शेयर किया. इस वीडियो में दावा किया गया कि जब प्रधानमंत्री मोदी दो देशों की यात्रा पर गए थे, तब सांसद अरुण गोविल ने उनकी आलोचना की.

वीडियो में अरुण गोविल यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं, "ये लोग उन लोगों का सामना कैसे करेंगे जिन्होंने इन्हें चुना है? क्या वे इस काम के लिए यहां आए थे? यह बहुत शर्मनाक है." इस छोटी सी क्लिप को देखकर ऐसा लग रहा है जैसे अरुण गोविल अपनी ही सरकार और प्रधानमंत्री मोदी से नाराज़ हैं.

पड़ताल में क्या सामने आया?

जब इस वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए पड़ताल की गई, तो मामला कुछ और ही निकला. प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (PTI) की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि अरुण गोविल का बयान तो असली है, लेकिन उसे गलत संदर्भ में पेश किया जा रहा है.

जांच में CNBC आवाज़ न्यूज़ पोर्टल का 23 जुलाई, 2025 का एक वीडियो मिला. यह अरुण गोविल के इंटरव्यू का असली और पूरा वीडियो था. पूरा वीडियो देखने पर साफ हो गया कि अरुण गोविल ये बातें प्रधानमंत्री मोदी के लिए नहीं, बल्कि संसद में विपक्ष के व्यवहार को लेकर कह रहे थे.

अरुण गोविल ने असल में क्या कहा था?

असली इंटरव्यू में अरुण गोविल ने संसद की कार्यवाही में बाधा डालने के लिए विपक्षी सांसदों की आलोचना करते हुए कहा था: "यह विपक्ष का बहुत बुरा रवैया है. उन्हें यह भी नहीं पता कि संसद चलाने में कितना खर्च आता है. सरकार ने कहा है कि वह हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष चर्चा नहीं चाहता. वे सिर्फ हंगामा करना चाहते हैं."

इसी बयान के एक हिस्से को काटकर वायरल कर दिया गया, ताकि ऐसा लगे कि वो प्रधानमंत्री मोदी के बारे में बोल रहे हैं.

नतीजा

यह दावा पूरी तरह से झूठा है कि BJP सांसद अरुण गोविल ने प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना की. उनका बयान संसद में हंगामा करने वाले विपक्षी सांसदों के लिए था, जिसे जानबूझकर तोड़-मरोड़कर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.