भगौड़े जाकिर नाईक को बड़ा झटका, ED ने जब्त की 50 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति
गौरतलब है इससे पहले इसी साल 22 मार्च को ईडी ने नाईक की मनी लॉन्ड्रिंग और फंड ट्रांसफर मामले में मदद करने के आरोप में नजमुद्दीन साथक को गिरफ्तार किया है.
नई दिल्ली. विवादित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाईक (Zakir Naik) को बड़ा झटका लगा है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धन शोधन निरोधक अधिनियम के तहत जाकिर नाईक की की 50.46 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है. ईडी ने जाकिर नाईक (Zakir Naik) के अलावा अन्य लोगों के खिलाफ भी चार्जशीट दायर की है. अपराध की आय के रूप में जाकिर की कुल 193.06 करोड़ रुपये की संपत्ति की पहचान की गई है. इससे पहले ईडी (ED) ने 22 दिसंबर 2016 को नाईक (Zakir Naik) और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था. प्रवर्तन निदेशालय ( Enforcement Directorate) ने जाकिर (Zakir Naik) की कुल संपत्तियों की कीमत 50.46 करोड़ रुपये लगाई है. जाकिर नाईक फिलहाल मलेशिया में रह रहा है.
गौरतलब है इससे पहले इसी साल 22 मार्च को ईडी ने नाईक (Zakir Naik) की मनी लॉन्ड्रिंग और फंड ट्रांसफर मामले में मदद करने के आरोप में नजमुद्दीन साथक को गिरफ्तार किया है. 19 जनवरी को ईडी ने जाकिर नाईक (Zakir Naik) के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच के सिलसिले में उसकी 16.40 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति कुर्क कर दी थी. यह भी पढ़े-भारत को झटका, मलेशिया के प्रधानमंत्री ने जाकिर नाईक को भेजने से किया इंकार
जाकिर नाईक (Zakir Naik) ने एक बयान में कहा कि वह इस बात से अवगत हैं कि 'सरकार मेरे खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने के लिए इंटरपोल पर दबाव बना रही है. बताना चाहते है कि नाईक 2016 में भारत छोड़ कर भाग गया था. यह भी पढ़े-भारत को प्रत्यर्पण से इनकार के बाद मलेशियाई PM महातिर से मिला जाकिर नाईक
ज्ञात हो कि एनआईए (NIA) की एक विशेष अदालत ने 2017 जून में नाईक को घोषित अपराधी करार दिया था. उस पर युवकों को आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए उकसाने, घृणा फैलाने वाले भाषण देने और समुदायों के बीच शत्रुता फैलाने के आरोप हैं. एनआईए (NIA) ने मुंबई की एक अदालत में अक्टूबर 2017 में नाईक (Zakir Naik) और अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था.