कुआलालम्पुर. विवादित धर्म उपदेशक जाकिर नाईक के प्रत्यर्पण पर मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने विराम लगा दिया है. उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि जाकिर नाईक को भारत नहीं भेजा जाएगा. विवादों में फंसने के बाद जाकिर नाईक भारत लौटा ही नहीं. उसके बाद वह मलेशिया में रहने लगा. खबरों के मुताबिक पीएम मोहम्मद ने कहा कि देश में जाकिर के रहने से कोई दिक्कत नहीं है. तो उन्हें वापस भारत भेजने का कोई सवाल नहीं उठता है. क्योंकि उन्होंने मलेशिया की नागरिकता हासिल है.
मीडिया में आई खबरों के बाद जाकिर नाईक ने कहा था कि अनुचित सुनवाई से खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करूंगा, तब तक मेरे भारत लौटने की कोई योजना नहीं है. जब मैं यह महसूस करूंगा कि सरकार उचित और निष्पक्ष है, मैं निश्चित ही अपने देश लौटूंगा. बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय के जांच का सामना नाईक कर रहा है.
बताना चाहते है कि जाकिर एनआईए और ईडी की जांच का सामना कर रहा है क्योंकि बांग्लादेश ने कहा था कि पीस टीवी पर उसका भाषण ढाका में 2016 के हमले की एक वजह था. इस हमले में एक भारतीय लड़की सहित 22 लोगों की जान चली गई थी.
Malaysian Prime Minister Mahathir Mohamad has said that Zakir Naik will not be sent back to India: The Strait Times (file pic) pic.twitter.com/HqKMItTk09
— ANI (@ANI) July 6, 2018
जाकिर नाईक पर भड़काऊ भाषण के जरिए नफरत फैलाने, समुदायों में दुश्मनी को बढ़ावा देने और आतंकवाद का वित्तपोषण करने का आरोप है. जिसके बाद इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को पांच साल के लिए प्रतिबंधित किया है और इसे गैरकानूनी संगठन घोषित किया है.