हैदराबाद: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने बुधवार को आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के कुर्नूल फायरिंग रेंज से मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. यह परीक्षण के सभी मानकों पर खरा उतरा है. डीआरडीओ द्वारा इस प्रणाली का यह तीसरा सफल परीक्षण है. इसे भारतीय सेना की तीसरी पीढ़ी के एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल की आवश्यकता को धयन में रखकर विकसित किया गया है.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का टेस्ट फायर पूरी तरह से सफल रहा है. इसने तय मानक पर लक्ष्य को भेदकर उसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया. इस परीक्षण का एक वीडियो भी जारी किया गया है. जिसमें एक मिसाइल तेजी के साथ अपने लक्ष्य को नेस्तनाबूद करते हुए देखी जा सकती है.
यहां देखें वीडियो-
#WATCH Successful test firing of the Man Portable Anti Tank Guided Missile system by DRDO from a firing range in Kurnool, Andhra Pradesh, today. pic.twitter.com/h18JqHzFgp
— ANI (@ANI) September 11, 2019
यह भी पढ़े- अमेरिका ने दी भारत को चेतावनी, कहा- अगर रूस से एस-400 मिसाइल खरीदी तो संबंधों पर होगा गंभीर असर
#WATCH Man Portable Anti Tank Guided Missile system successfully hitting its target during the test firing by Defence Research and Development Organisation (DRDO) from a firing range in Kurnool, Andhra Pradesh, today. All test parameters were met. pic.twitter.com/yNN5ahsHgZ
— ANI (@ANI) September 11, 2019
डीआरडीओ के प्रमुख सतीश रेड्डी का कहना है कि भारत अगले पांच सालों में रक्षा निर्माण के क्षेत्र में पूरी तरह आत्मनिर्भर होगा और उसे बाहर से जटिल तकनीकों की आवश्यकता नहीं होगी. इसी साल मई महीने में वायुसेना के अग्रिम पंक्ति के एसयू-30 एमकेआई लड़ाकू विमान से राजस्थान के पोखरण में 500 किलोग्राम श्रेणी के इनर्टियल गाइडेड बम का सफल परीक्षण किया.
गौरतलब हो कि भारत ने इजरायल (Israel) से एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल स्पाइक (Spike Anti Tank Missile) की खरीद वाली डील इसी साल जून महीने में रद्द कर दी. बताया जा रहा है दोनों देशों के बीच यह रक्षा डील करीब 34.75 हजार करोड़ रुपए (500 मिलियन डॉलर) में तय हुई थी. दरअसल डीआरडीओ ने दावा किया है कि वह देश के अंदर ही इजरायल से मिलने वाले मिसाइल का निर्माण कर सकता है. जिसके बाद इस मिसाइल सौदे को कैंसिल कर दिया गया.