Dr. Smita Singh: कहते हैं कि सपने (Dreams) हकीकत में तब्दील हो सकते हैं, बशर्ते अगर व्यक्ति पूरी लगन, मेहनत और बुलंद हौसलों के साथ उसे साकार करने की कोशिश करे. इसका जीता जागता उदाहरण पेश किया है उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण की क्षेत्रीय प्रबंधक डॉ. स्मिता सिंह (Dr. Smita Singh) ने, जिन्होंने 31 साल के लंबे अतंराल के बाद आखिरकार पीएचडी की उपाधि (PhD Degree) हासिल कर ही ली. डॉ. स्मिता इलाहाबाद यूनिवर्सिटी (Allahabad University) से मैनेजमेंट में गोल्ड मेडलिस्ट (Gold Medalist) रह चुकी हैं और उन्होंने पीएचडी करने के लिए साल 1990 में ही यूजीसी नेट क्वालीफाई भी कर लिया था, लेकिन वे पब्लिक सर्विस में आ गईं. हालांकि उन्होंने पीएचडी करने के सपने को छोड़ा नहीं और करीब 31 साल बाद उन्होंने अपने सपने को सच कर दिखाया है.
दरअसल, काम के दौरान जब भी उन्हें वक्त मिला वह पीएचडी की उपाधि हासिल करने की तैयारियों में लगी रहीं. पीएचडी के लिए उन्होंने स्टील इंडस्ट्री विषय को चुना और उन्होंने सेल व टाटा स्टील को रिसर्च में रखते हुए अपनी तैयारी पूरी की. आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और वे पीएचडी की डिग्री पाने में कामयाब रहीं. यह भी पढ़ें: अमृतसर की बेटी Hissaa ने रचा इतिहास, 16 वर्षीय छात्रा को मुफ्त में NASA की यात्रा करने का मिला मौका, Astrophysicist बनने की है ख्वाहिश
बहरहाल, भले ही डॉ. स्मिता सिंह को पीएचडी की उपाधि पाने में 31 साल का लंबा समय लग गया हो, लेकिन रिजस्ट आने की खुशी उनके चेहरे पर ठीक वैसे ही थी, जैसे एक परीक्षार्थी को होती है. डॉ. स्मिता की मानें तो नाम के आगे डॉक्टर लिखा जाना उनके लिए बड़े गर्व की बात है और वे अपनी इस उपलब्धि से बेहद खुश हैं.