Jammu & Kashmir: राजौरी के डॉ शकील अहमद का नाम दुनिया भर के टॉप 2 फीसदी वैज्ञानिकों की लिस्ट में शामिल

डॉ शकील अहमद उन भारतीय वैज्ञानिकों में शामिल हैं जिनका नाम दुनिया की अग्रणी संस्थानों में शुमार स्टैनफोर्ड युनिवर्सिटी द्वारा जारी दुनिया भर के शीर्ष दो प्रतिशत वैज्ञानिकों की लिस्ट में है.

डॉ. शकील अहमद (Photo Credits: Facebook)

जम्मू और कश्मीर के राजौरी के एक युवा वैज्ञानिक ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. डॉ शकील अहमद (Dr Shakeel Ahmed) मेंढर में गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज में रसायन विज्ञान विभाग में सहायक प्रोफेसर हैं. डॉ शकील अहमद भारत-पाकिस्तान सीमा (एलओसी) के सुदूर इलाके के एक कॉलेज में पढ़ाने के लिए कई बड़ी नौकरियों को ठुकरा चुके हैं. अहमद पुंछ जिले के मेंढर के सरकारी डिग्री कॉलेज में केमिस्ट्री पढ़ाते हैं. डॉ शकील अहमद उन भारतीय वैज्ञानिकों में शामिल हैं जिनका नाम दुनिया की अग्रणी संस्थानों में शुमार स्टैनफोर्ड युनिवर्सिटी द्वारा जारी दुनिया भर के शीर्ष दो प्रतिशत वैज्ञानिकों की लिस्ट में है. इनमें से ज्यादातर वैज्ञानिक आईआईयी और आईआईएस से संबंधित हैं. इस लिस्ट में तकरीबन 2 हजार 313 भारतीय वैज्ञानिकों के नाम शामिल हैं.

अमेरिका के केमिकल सोसाइटी और रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री के भी सदस्य डॉ शकील अहमद ने बायोमेडिकल, पैकेजिंग, और जल उपचार सहित विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए ग्रीन नैनोमैटिरियल्स और बायोपॉलिमर पर शोध प्रकाशन प्रकाशित किए हैं. उन्होंने पॉलिमर, नैनोमैटेरियल्स और हरी सामग्री पर 15 से अधिक पुस्तकें लिखी हैं. गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी को दुनिया के शीर्ष 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों की सूची में शामिल करने के लिए डॉ शकील को बधाई दी.

डॉ शकील अहमद, अपने परिवार की पहली पीढ़ी के शिक्षित शख्स हैं. कश्मीर मॉनिटर से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं एक अच्छी शिक्षा के लिए संघर्ष जानता हूं. जब मेरे पिता का निधन हुआ तब मैं मुश्किल से एक साल का था. मैं केवल स्कॉलरशिप की मदद से ही अपनी पढ़ाई पूरा कर पाने में सक्षम था. अहमद साल 2017 में आईआईटी-दिल्ली में थे, जब उन्हें अपने होमटाउन में पढ़ाने का ऑफर मिला था और उन्होंने बेहद खुशी के साथ इसे स्वीकार कर लिया उन्होंने कहा मैं यही करना चाहता था.

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