Diwali 2020: यूपी में लोकल उत्‍पाद दे रहे चीन को टक्‍कर, योगी राज में कुम्हारों को मिट्टी के दीयों से बड़ी कमाई की उम्मीद
यूपी में खूब बिक रहे मिट्टी के दीये (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली: दिवाली (Diwali) का त्योहार नजदीक है और बाजारों में स्वदेशी चीजों से सजे हुए हैं. भारत चीन विवाद (India China Standoff) के बाद चीनी उत्पादों के खिलाफ माहौल बना हुआ है और ऐसे में हर कोई स्वदेशी चीजों की ही डिमांड कर रहा है. इसका सीधा फायदा देश के छोटे कारीगरों को हो रहा है. दुकानदारों का कहना है कि ग्राहक अब चीनी वस्तुओं का नकार रहे हैं और देसी उत्पादों की मांग कर रहे हैं. हालांकि बाजार में विदेशी चीजें भी उपलब्ध हैं लेकिन स्वदेशी प्रोडक्ट्स को बढ़ावा दे रहे हैं. कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic)  के बाद से बंद पड़े कारोबार के बाद अब छोटे विक्रेताओं को भी इस त्योहारी सीजन से काफी उम्मीदें हैं.

उत्तर प्रदेश (Utar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj) के कुम्हारों को भी इस साल दीपावली पर ज्यादा कमाई की उम्मीद है. एक कुम्हार ने बताया,"चीन का विरोध होने से उम्मीद है कि दीपावाली पर दीयों की अच्छी बिक्री होगी. दो महीने से हम 700-800 दीए रोजाना बना रहे हैं." Uttar Pradesh: योगी सरकार का बड़ा फैसला, प्‍याज की सहज उपलब्‍धता सुनिश्चित करने को तय होगी भंडारण सीमा. 

कुम्हारों की दिवाली होगी खुशियों भरी:

चीन के साथ तनातनी के बाद इस बार चाइनीज उत्पादों के बाजार को जोर का झटका लगा है. सोशल मीडिया पर भी यूजर्स जनता से छोटे कारीगरों से दिवाली का सामान खरीदने की अपील कर रहे हैं. मेड इन चाइना के आगे मेड इन इंडिया की धूम दिखाई दे रही है. व्यापारियों का भी कहना है कि चीन के सामान सस्ते होने की वजह से बाजार में मांग रहती थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं दिख रहा है.

डीजीपी एच.सी अवस्थी ने प्रदेश के सभी आला पुलिस अधिकारियों को पटाखों आदि की बिक्री एवं संग्रहण के संबंध दिशा-निर्देश दिए हैं. जारी हुए निर्देशों में अवैध विदेशी पटाखों का खास तौर से जिक्र किया गया है. चीनी पटाखों पर रोक लगाने के लिए यह निर्देश दिए गए हैं. बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) बार बार जनता से स्वदेशी अपनाने की अपील करते रहते हैं.