नवी मुंबई हवाईअड्डे के नामकरण को लेकर प्रदर्शन
नवी मुंबई में बृहस्पतिवार को शहर एवं औद्योगिक विकास निगम (सिडको) के खिलाफ स्थानीय कृषि एवं मछुआरा समुदाय के हजारों लोगों ने कुछ नेताओं के साथ मिलकर प्रदर्शन कर वहां आगामी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का नाम दिवंगत कार्यकर्ता डी बी पाटिल के नाम पर रखने की मांग की.
मुंबई, 24 जून : नवी मुंबई में बृहस्पतिवार को शहर एवं औद्योगिक विकास निगम (सिडको) के खिलाफ स्थानीय कृषि एवं मछुआरा समुदाय के हजारों लोगों ने कुछ नेताओं के साथ मिलकर प्रदर्शन कर वहां आगामी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (International Airport) का नाम दिवंगत कार्यकर्ता डी बी पाटिल के नाम पर रखने की मांग की. प्रदर्शनकारियों ने सिडको प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और निगम से हवाईअड्डे का नाम शिवसेना के दिवंगत सुप्रीमो बाल ठाकरे के नाम पर रखने के प्रस्ताव को रद्द कर इसके बजाय 15 अगस्त से पहले इसका नामकरण डी बी पाटिल के नाम पर करने को कहा. उन्होंने धमकी दी कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वे हवाईअड्डे के निर्माण का कार्य रोक देंगे. स्थानीय नेताओं ने पहले सीबीडी बेलापुर स्थित सिडको भवन की “घेराबंदी” का आह्वान किया था लेकिन प्रदर्शनकारियों को बृहस्पतिवार को सड़क पर भारी-भरकम मोर्चाबंदी कर इमारत से एक किलोमीटर दूर ही रोक दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि भारी संख्या मे प्रदर्शनकारियों के जुटने की आशंका को ध्यान में रखते हुए, नवी मुंबई पुलिस ने अप्रिय घटना को रोकने के लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम कर लिए थे. उन्होंने बताया कि पांच हजार से अधिक पुलिसकर्मी, 500 अधिकारी एवं रिजर्व पुलिस बल इकाइयों को सिडको कार्यालय तक जाने वाली सड़कों पर तैनात किया गया था. अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन के मद्देनजर पाम बीच रोड समेत विभिन्न मुख्य मार्गों पर वाहनों के आवागमन के लिए मार्ग परिवर्तित कर दिया गया था. यह भी पढ़ें : Reliance AGM 2021: रिलायंस एजीएम में JioPhone Next 5G की घोषणा, जानें कब से मार्केट में होगा उपलब्ध
प्रदर्शनकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल बाद में सिडको के प्रबंध निदेशक से मिला और अपनी लिखित मांग उन्हें सौंपी. प्रदर्शन में पूर्व सांसद रामशेठ ठाकुर, वामपंथी नेता दशरथ पाटिल,कांग्रेस नेता हुसैन दलवई, नेता संजीव नायक, पूर्व विधायक जगन्नाथ पाटिल और मनसे विधायक राजू पाटिल ने भी हिस्सा लिया. डी बी पाटिल ने परियोजना से प्रभावित लोगों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया था.