नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने वसंत विहार के किशनगढ़ मर्डर केस का खुलासा कर दिया है. कहते है नशा अच्छे-अच्छों को अर्श से फर्श पर ला देता है कुछ ऐसा ही इस परिवार के साथ हुआ. जिस बेटे को मां ने पेट में 9 महीनें तक पाला था, जिस बाप ने उसे अपने बुढ़ापे का लाठी समझा था. उसी ने अपनी लत के चक्कर में उन्हें मौत के घाट उतार दिया. इस हत्याकांड में बेटे सूरज को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसने रात में 3 बजे चाकू से तीनों की हत्या की थी.
दरअसल हर दिन की तरह जब बुधवार की सुबह कामवाली बाई उनके घर पर पहुंची तो उसने देखा कि घर का दरवाजा खुला है. अंदर जानकर जब उसने देखा तो दंपति उनकी बेटी का शव खून से लथपथ पड़ा हुआ था और बेटा गंभीर रूप से घायल था. जिसके बाद इस बात की जानकारी पुलिस को दी गई. घटना के बाद आसपास के लोगों की भीड़ इकठ्ठा होने लगी. वहीं हत्या की इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है.
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ड्रग्स और हुक्के की थी लत
सूरज पर पुलिस को पहले से ही शक था लेकिन जब दबाव डाला तो वो टूट गया. उसने हत्या के बाद खून से लथपथ कपड़े को अच्छी तरह साफ कर दिया था. हत्या से पहले उसने दूकान से धारदार चाक़ू और कैंची खरीद के लाया था. आरोपी सूरज ड्रग्स आदी था. उसे हर दिन ड्रग्स की जरूरत होती है. वहीं अपने घर पर दोस्तों को लाकर देर रात तक पार्टी करता था. जिसका परिवार के लोग विरोध करते थे. इसके चलते कई बार उसकी पिटाई भी हो जाती थी. उन्हें अपनी राह से हटाने की मंशा लेकर उसने मिथिलेश (45), उसकी पत्नी सिया (42) और बेटी नेहा (16) की हत्या कर दी.