कोरोना संकट: दिल्ली का फिरोजशाह कोटला मैदान बना कोविड-19 सेंटर, प्रवासी मजदूरों की घर वापसी से पहले यहां होगी टेस्टिंग
कोरोना महामारी का प्रकोप देश में बढ़ रहा है. इस वायरस से निपटने के लिए केंद्र सरकार के साथ मिलकर सभी राज्य सरकारें काम कर रही हैं. देश में कोरोना से पीड़ितों की संख्या 1 लाख के पार चली गई है. कोरोना के चलते लॉकडाउन को चौथी बार केंद्र सरकार ने बढ़ाया हुआ है. यह लॉकडाउन 31 मई तक जारी रहने वाला है.
नई दिल्ली. कोरोना (Coronavirus Outbreak in India) महामारी का प्रकोप देश में बढ़ रहा है. इस वायरस से निपटने के लिए केंद्र सरकार के साथ मिलकर सभी राज्य सरकारें काम कर रही हैं. देश में कोरोना से पीड़ितों की संख्या 1 लाख के पार चली गई है. कोरोना के चलते लॉकडाउन को चौथी बार केंद्र सरकार ने बढ़ाया हुआ है. यह लॉकडाउन (Lockdown) 31 मई तक जारी रहने वाला है. लॉकडाउन के चलते प्रवासी मजदुर बड़ी संख्या में पलायन कर रहे हैं. रेलवे की तरफ से विशेष ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं लेकिन इन मजदूरों का पैदल ही पलायन जारी है. इसी बीच राजधानी दिल्ली (Delhi) से खबर है कि फिरोजशाह कोटला मैदान (Feroz Shah Kotla Stadium) को कोविड-19 सेंटर में बदल दिया गया है. जिसके बाद यहां देश के अन्य राज्यों में जा रहे प्रवासी मजदूरों के रहने और टेस्टिंग की व्यवस्था की गई है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार फिरोजशाह कोटला मैदान का इस्तेमाल यूपी, बिहार और मध्य प्रदेश जानें वाले प्रवासी मजदूरों के रहने और उन्हें घर बसों और ट्रेन से भेजने से पहले टेस्टिंग के लिए किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार इस मैदान पर ढाई हजार प्रवासी मजदूरों के रहने की व्यवस्था की गई है. यह भी पढ़े-कोरोना संकट: BMC ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन से साल 2011 विश्वकप की मेजबानी करने वाले वानखेड़े स्टेडियम देने को कहा, क्वारंटीन के लिए होगा इस्तेमाल
ज्ञात हो कि फिरोजशाह कोटला स्टेडियम का नाम बदलकर साल 2019 में अरुण जेटली स्टेडियम रखा गया है. वहीं राजधानी दिल्ली में कोरोना से संक्रमितों की संख्या 10 हजार 554 हो गई है. कोविड-19 किए चलते 168 लोगों की जान गई है. साथ ही 4 हजार 750 लोग इलाज के बाद ठीक होकर अस्पताल से घर चले गए हैं.