दिल्ली के चांद बाग में फिर भड़की हिंसा, CRPF और रैपिड एक्शन फोर्स तैनात- अब तक 13 की मौत
चांद बाग में भड़की हिंसा (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर लगातार तीसरे दिन भी हिंसा नहीं थम रही है. आज उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में सीएए के समर्थकों और विरोधी समूहों के बीच हिंसक झडपे हुई. इसके चलते मौजपुर, जाफराबाद समेत कुल चार जगहों पर कर्फ्यू लगाया गया है. जबकि स्थिति को काबू में लाने के लिए पुलिस के साथ सीआरपीएफ और रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात किया गया है. इसके बावजूद आज शाम चांद बाग (Chand Bagh) में उपद्रियों ने जमकर आगजनी और एक दूसरे पर पत्थर बरसाए. हिंसा प्रभावित उत्तर पूर्वी दिल्ली में अब तक 13 लोग मारे जा चुके है. जबकि 48 पुलिसकर्मियों समेत करीब 185 लोग घायल हो गए.

उत्तर पूर्वी दिल्ली के चांद बाग इलाके में शाम के वक्त दो समूह आमने-सामने आ गए. जिस वजह से एक बार फिर हिंसा भड़क गई. इस दौरान भीड़ ने आगजनी और पथराव किए. मौके पर भारी संख्या में दिल्ली पुलिस के जवान के साथ ही आरएएफ और सीआरपीएफ को तैनात किया गया है. फिलहाल इलाकें में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया. दिल्ली हिंसा: फायरिंग में टीवी पत्रकार घायल, दो अन्य रिपोर्टरों की पिटाई

दिल्ली पुलिस ने एक बयान जारी कर लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है. दिल्ली पुलिस ने कहा कि हिंसा में एक पुलिसकर्मी सहित 10 व्यक्तियों की मौत हो गई है और वह असामाजिक तत्वों की संलिप्तता वाली घटनाओं पर कार्रवाई कर रही है. हिंसा के संबंध में 11 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. उच्च अधिकारियों की देखरेख में हिंसाग्रस्त इलाके की ड्रोन से लगातार निगरानी हो रही है.

मंगलवार को भी हिंसा प्रभावित इलाकों में लाठी, पत्थरों और रॉड से लैस उपद्रवियों को सड़कों पर देख गया. दंगाइयों ने गोकलपुरी में दो दमकलगाड़ियों में तोड़फोड़ की और मौजपुर में भड़काऊ नारेबाजी के दौरान एक बाइक को भी आग के हवाले कर दिया. कई स्थानों पर सड़कों पर जगह-जगह ईंट-पत्थर पड़े है. मौजपुर में दंगाइयों ने सड़क पर लोगों की पिटाई की और ई-रिक्शा व अन्य वाहनों पर हमला बोला.

उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग, खुरेजी खास और भजनपुरा में तनाव के चलते इन इलाकों में स्कूल और बाजार बंद रहे. लोग डर के कारण घरों में रहने के लिए मजबूर हो गए. जबकि दिल्ली मेट्रों की पिंक लाइन के पांच स्टेशनों को लगातार दूसरे दिन भी हिंसा की अंदेशा के चलते बंद है. उत्तर पूर्वी जिले में बुधवार को भी सभी स्कूल बंद रहेंगे और सभी गृह परीक्षा नहीं होगी.