दिल्ली हिंसा: अबतक 690 एफआईआर दर्ज, पुलिस ने 2,193 लोगों को गिरफ्तार या हिरासत में लिया
राजधानी दिल्ली में नागरिकता कानून को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन के दौरान अचानक हिंसा भड़क उठी थी. जिसके बाद दिल्ली में कई जगह हिंसक घटनाएं हुई थी. इस हिंसा में जानमाल का काफी नुकसान हुआ है. इस हिंसा की जांच शुरू है और मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है. इसी बीच उत्तर-पूर्वी दिल्ली जिले में 24-25 फरवरी को भड़की हिंसा में गिरफ्तार होने वाले और हिरासत में लिए जाने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है.
नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली में नागरिकता कानून को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन के दौरान अचानक हिंसा भड़क उठी थी. जिसके बाद दिल्ली में कई जगह हिंसक घटनाएं हुई थी. इस हिंसा में जानमाल का काफी नुकसान हुआ है. इस हिंसा की जांच शुरू है और मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है. इसी बीच उत्तर-पूर्वी दिल्ली जिले में 24-25 फरवरी को भड़की हिंसा (Delhi violence) में गिरफ्तार होने वाले और हिरासत में लिए जाने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है. अब तक दिल्ली में हुए दंगों में 53 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 200 से अधिक लोगों का अभी भी स्थानीय अस्पतालों में इलाज चल रहा है. दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अनुसार कहा कि राजधानी में अमन समितियों के साथ कुल 262 बैठकें की गई हैं.
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर पुलिस ने अब तक 690 एफआईआर (FIR) दर्ज की है. इसके साथ ही आर्म्स एक्ट के तहत 48 मामले दर्ज हुए हैं. वही पुलिस ने 2193 लोगों को हिरासत या गिरफ्तार किया गया है. दिल्ली में हिंसा के दौरान हथियारों का इस्तेमाल करने के आरोप में 50 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया हुआ है. यह भी पढ़े-दिल्ली हिंसा: आरोपी ताहिर हुसैन की लाइसेंसी पिस्टल सहित कई कारतूस पुलिस ने किया जब्त
ANI का ट्वीट-
वही उत्तर पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा के मामले में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन पर एसआईटी लगातार नकेल कस रही है. दिल्ली एसआईटी ने ताहिर हुसैन से पूछताछ के बाद और तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.
ज्ञात हो कि दिल्ली पुलिस ने शनिवार को आप के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन की लाइसेंसी पिस्टल और कई कारतूस ज़ब्त किए गए हैं. ताहिर पर आईबी अफसर अंकित शर्मा की हत्या का भी आरोप लगा है. लेकिन इस मामले में अब तक एसआईटी के हाथ कोई ठोस सबूत नहीं लगे हैं.