Delhi Riots Case: दिल्ली पुलिस ने कड़कड़डूमा कोर्ट में दाखिल की दंगों की साज़िश से जुड़ी 10 हजार पेज की चार्जशीट
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, आईपीसी और आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत दंगों के 15 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया. कड़कड़डूमा कोर्ट (Karkardooma Court) में दायर चार्जशीट 10,000 पन्नों से अधिक की है. एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक दायर दिल्ली दंगों के मामले में आरोप पत्र में उमर खालिद और शारजील इमाम का नाम नहीं है. दरअसल इनका नाम इनका नाम सप्लीमेंट्री चार्जशीट में आएगा. दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल दिल्ली दंगों की साजिश की जांच पिछले काफी महीनों से कर रही है. पुलिस द्वारा दाखिल की गई चार्जशीट करीब 10 हजार पेज की है.

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, आईपीसी और आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत दंगों के 15 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया. कड़कड़डूमा कोर्ट (Karkardooma Court) में दायर चार्जशीट 10,000 पन्नों से अधिक की है. एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक दायर दिल्ली दंगों के मामले में आरोप पत्र में उमर खालिद और शारजील इमाम का नाम नहीं है. दरअसल इनका नाम इनका नाम सप्लीमेंट्री चार्जशीट में आएगा. दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल दिल्ली दंगों की साजिश की जांच पिछले काफी महीनों से कर रही है. पुलिस द्वारा दाखिल की गई चार्जशीट करीब 10 हजार पेज की है.
बता दें कि कड़कड़डूमा कोर्ट में पुलिस की स्पेशल सेल अपने दफ्तर से चार्जशीट से भरे बक्से लेकर पहुंची थी. इस दौरान डीसीपी कुशवाहा भी गाड़ी में मौजूद थे. एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक कहा गया है कि 24 Feb के व्हाट्सएप चैट शामिल हैं, जिस समय दंगे हो रहे थे. प्रमुख षड्यंत्रकारी पैदल सैनिकों का मार्गदर्शन कर रहे थे. प्रत्येक साइट के लिए 25 व्हाट्सएप ग्रुप विशेष रूप से बनाए गए थे. पुलिस ने प्रत्येक समूह और उसकी भूमिका की पहचान की.
ANI का ट्वीट:-
गौरतलब हो कि दिल्ली के पुलिस आयुक्त एस एन श्रीवास्तव ने सोमवार को कहा था कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे की साजिश की जांच पूरी होने के करीब है और इस सिलसिले में गुरुवार तक आरोपपत्र दाखिल किया जाएगा. पुलिस उपायुक्त प्रमोद सिंह कुशवाहा ने भी कहा था कि दंगे सुनियोजित साजिश के नतीजे थे क्योंकि जांच के दौरान पुलिस को सीएए विरोधियों का एक जैसा पैटर्न नजर आया, सड़क जाम कर दो. यह इस बात का पहला संकेत है कि साजिश रची गयी थी जिसके कारण यह सब शुरू हुआ.