नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) के कई हिस्सों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की आलोचना करने वाले पोस्टरों के सामने आने के लगभग तीन दिन बाद दिल्ली पुलिस ने इस सिलसिले में एक दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है. सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी. दिल्ली में स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों का टीकाकरण राष्ट्रीय औसत से कम: केंद्र
यह मामला देश के लोगों की जरूरतों को पूरा करने के बजाय दूसरे देशों में कोविड-19 के टीके निर्यात किए जाने को लेकर प्रधानमंत्री की आलोचना करने वाले काले रंग के पोस्टरों से जुड़ा है. पोस्टर दिल्ली के कई इलाकों जैसे शाहदरा, रोहिणी, रिठाला, द्वारका और कई अन्य में पाए गए हैं.
बुद्ध विहार वार्ड पार्षद गायत्री गर्ग ने आईएएनएस को बताया, 12 मई को हमें सूचना मिली कि बुद्ध विहार, विजय विहार और अन्य क्षेत्रों में कई पोस्टर लगे हुए हैं. सूचना के बाद मैंने अपने पति और कई अन्य सदस्यों के साथ मिलकर 13 मई को इन्हें हटा दिया.
दिल्ली पुलिस के एक सूत्र ने कहा कि पुलिस ने प्रधानमंत्री के खिलाफ पोस्टरों के संबंध में 17 से अधिक प्राथमिकी दर्ज की हैं. सूत्र ने बताया कि पुलिस ने मध्य दिल्ली में दो प्राथमिकी दर्ज कर चार लोगों को गिरफ्तार किया है, रोहिणी में दो प्राथमिकी दर्ज की गई है और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं पूर्वी दिल्ली में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
सुना है ये पोस्टर 𝗦𝗛𝗔𝗥𝗘 करने से पूरा 𝗦𝗬𝗦𝗧𝗘𝗠 कांपने लगता है... pic.twitter.com/V0QDnzHycL
— AAP (@AamAadmiParty) May 16, 2021
इसके अलावा द्वारका में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उत्तर पूर्वी दिल्ली में एक प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और शाहदरा में एक प्राथमिकी के आधार पर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.
सूत्र ने कहा कि पुलिस ने शाहदरा इलाके से सीसीटीवी फुटेज भी हासिल किया है, जहां लोग पोस्टर लगाते नजर आ रहे हैं. सूत्र ने कहा कि पुलिस अन्य लोगों की पहचान करने के लिए उक्त व्यक्ति से पूछताछ कर रही है. सूत्र ने आगे बताया कि यह भी पता चला है कि शाहदरा इलाके में तीन पोस्टर चिपकाने के लिए लोगों को 500 रुपये दिए गए थे. सूत्र ने कहा कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि शहर में पोस्टरों के पीछे किसी राजनीतिक दल की संलिप्तता तो नहीं है.