दिल्ली में बेकाबू हुई कोरोना की रफ्तार, लॉकडाउन बढ़ाए जाने को लेकर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिया बड़ा बयान
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, लॉकडाउन बढ़ाने को को लेकर इनकार किया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में लॉकडाउन बढ़ने नहीं जा रहा है.
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के मामले तेज रफ्तार से बढ़ रहे हैं. इस बीच राजधानी में फिर से लॉकडाउन लगाए जाने की अफवाहें सोशल मीडिया में जोरों पर है. इन अफवाहों में कहा जा रहा है कि दिल्ली में 15 जून से फिर लॉकडाउन (Lockdown) लगाया जा सकता है. पूरे मामले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Health Minister Satyendar Jain) ने कहा, लॉकडाउन बढ़ाने को को लेकर इनकार किया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में लॉकडाउन बढ़ने नहीं जा रहा है.
वहीं दिल्ली सरकार पर मौत के आंकड़े छिपाने के आरोप सत्येंद्र जैन ने कहा, "अगर सच में दिल्ली में कोरोना से 2,098 मौत हुई है और हम झूठ बोल रहे हैं तो नगर निगम जो मौत का आंकड़ा बता रहा है उसकी पूरी जानकारी हमें दें. मरने वालों के नाम, उनकी आयु, उनकी कोरोना रिपोर्ट और वो सभी जानकारी जिनकी आवश्यकता है. जो आंकड़े निगम ने बताए हैं उनकी पूरी जानकारी के साथ उनकी कोरोना रिपोर्ट पबल्कि डोमेन में लेकर आए." यह भी पढ़ें- FACT CHECK: Sir Ganga Ram Hospital के नाम से वायरल हो रहे पर्चे में कोरोना से निपटने के लिए इन दवाओं के इस्तेमाल की दी गई सलाह, अस्पताल ने बताया फर्जी.
दिल्ली में नहीं बढ़ेगा लॉकडाउन-
दरअसल बीजेपी प्रशासित नगर निगम ने दिल्ली सरकार पर कोरोना से हुई मौत का आंकड़ा छिपाने के आरोप लगाया है, नगर निगम का कहना है कि दिल्ली में कोरोना से अब तक 2,098 मौत हो चुकी है. जबकी दिल्ली सरकार के आंकडों के अनुसार दिल्ली में अब तक कोरोना से 1,085 मौत हुई है.
राजधानी में सिर्फ दिल्ली वासियों के इलाज को लेकर सत्येंद्र जैन ने कहा, हरियाणा और उत्तर प्रदेश टेस्ट करते नहीं हैं. हरियाणा कहता है कि हमारे यहां 1,000 सक्रिय मामले हैं, उत्तर प्रदेश इतना बड़ा राज्य कहता है कि 2,000-3,000 सक्रिय मामले हैं. लेकिन उनके यहां बीमार खूब हैं.
जैन ने कहा, अब वो लोग दिल्ली आकर ही टेस्ट कराएंगे, यहीं भर्ती होंगे तो दिल्ली में तो समस्या आएगी ही. अगर उनके यहां जरूरत नहीं है तो चिल्ला क्यों रहे हैं. क्यों इस बात का विरोध कर रहे हैं कि दिल्ली में सिर्फ दिल्लीवालों को इलाज मिले.