
नई दिल्ली: शनिवार सुबह दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में एक चार मंजिला इमारत के गिरने से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई. जैसे-जैसे मलबा हटाया जा रहा है, मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. अब तक कुल 11 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. इस दर्दनाक हादसे में 60 वर्षीय मकान मालिक तहसीन की भी मौत हो गई है. पुलिस द्वारा जारी मृतकों की सूची में उनका नाम शामिल है. हादसे के पीछे की वजहों की जांच की जा रही है, लेकिन फिलहाल मुख्य कारण इमारत की कमजोर संरचना और अवैध निर्माण माना जा रहा है.
एक ही परिवार के 8 लोगों की गई जान
इस हादसे की सबसे बड़ी त्रासदी यह रही कि मरने वालों में 8 लोग एक ही परिवार के थे. मृतकों में तीन महिलाएं और चार बच्चे शामिल हैं. इस घटना ने पूरे मुस्तफाबाद इलाके को सदमे में डाल दिया है.
राहत और बचाव कार्य जारी
एनडीआरएफ और दमकल विभाग की टीम मौके पर लगातार राहत और बचाव कार्य में लगी हुई है. मलबे में फंसे किसी भी व्यक्ति को सुरक्षित निकालने की कोशिश की जा रही है. घटनास्थल पर स्थानीय लोगों की भारी भीड़ जमा है, और आसपास के इलाके में शोक और गुस्से का माहौल है.
प्रशासन पर उठे सवाल
इस हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन और नगर निगम पर लापरवाही के आरोप लगने लगे हैं. लोग पूछ रहे हैं कि अगर इमारत जर्जर थी या अवैध रूप से बनाई गई थी, तो समय रहते कार्रवाई क्यों नहीं की गई? मृतकों के परिजनों और स्थानीय लोगों ने राज्य सरकार से मुआवजे और सख्त कार्रवाई की मांग की है. फिलहाल प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं और कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.