दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections) में सभी पार्टियां जीत के लिए दम भर रही हैं. इस बार आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला देखा जा रहा है. जैसे-जैसे दिल्ली की चुनावी हवा बदल रही है उसी तरह सट्टा बाजार (Satta Bazaar) में भी बदलाव आ रहा है. सट्टा बाजार के भाव में AAP सरकार बना रही है. रविवार को दिल्ली का चुनावी दंगल नए भाव पर खुला. हालांकि पिछली बार की तरह सरकार बनाने को लेकर AAP ही आगे थी, लेकिन बीजेपी की स्थिति पहले से मजबूत हुई है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और गृह मंत्री अमित शाह की रैली के बाद सट्टा बाजार में बीजेपी भी मजबूत बनी है. इसके अलावा कांग्रेस की स्थिति में भी पहले से सुधार हुआ है.
पंजाब केसरी की रिपोर्ट के मुताबिक सटोरियों ने बताया कि लगातार हो रहे ध्रुवीकरण के कारण कांग्रेस (Congress) का वोट प्रतिशत बढ़ रहा है. रिपोर्ट के अनुसार इस ध्रुवीकरण का सीधा फायदा बीजेपी को हो सकता है. AAP को इससे नुकसान होने की संभावना है.
मोदी शाह की रैली के बाद बदला सट्टा बाजार-
रिपोर्ट के अनुसार AAP पहले सटोरियों की फेवरेट पार्टी थी. सटोरियों की नजरों में साफ था कि इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत का परचम आप ही लहराएगी, लेकिन सीएम योगी और गृह मंत्री शाह की रैली के बाद वोटरों का मूड बदल गया है. सटोरियों ने पहले जहां आम आदमी पार्टी को 50 से ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान लगाया था वहीं यह घटकर अब 42 से 47 के बीच रह गया है. मौजूदा समय में आप फेवरेट से उतर सेशन में आई है.
वहीं बीजेपी का भाव पहले जो कम था वह अब बढ़ गया है. बीजेपी पर भी बढ़कर दांव लग रहे हैं. वहीं कांग्रेस की स्थिति में भी सुधार आया है. सट्टा बाजार के तहत इस बार ध्रवीकरण बेहद ज्यादा होगा. जिसके चलते कांग्रेस कुछ इलाकों में सीटें निकाल सकती है. बाजार में कांग्रेस को पहले 3 सीटें दी गई थी. जो बढ़कर अब 6 से 8 हो गई हैं.
सट्टा बाजार में यह पूरा बदलाव योगी आदित्यनाथ और गृह मंत्री अमित शाह की रैली के बाद आया है. जो दोनों स्टार प्रचारक जैसे ही मैदान में आए बाजार के भाव बदल गए. जिसके बाद बाजार ने ध्रुवीकरण की बात कही. जिसके चलते कांग्रेस भी कुछ सीटों पर मजबूत स्थिति में आ गई है.
सट्टा बाजार में आम आदमी पार्टी और बीजेपी दोनों सेशन में हैं. आप आदमी पार्टी सेशन में 1 रुपए के लगाने पर 3 रुपए का भाव, 58-60 का दांव, आप को 42 से 47 सीटें. बीजेपी सेशन में 1 रुपए के लगाने पर 7 रुपए का भाव जिसे बाद में 5 रूपये कर दिया गया. बीजेपी पर 55-60 का दांव है.