नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली और आस-पास के इलाकों में वायु गुणवत्ता का स्तर बुधवार को नीचे गिर गया. वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बुधवार को 328 रहा, जो काफी खराब माना जाता है. कई जगहों पर वायु गुणवत्ता का स्तर बेहद खराब हो गया है.
मौसम विश्लेषकों के अनुसार, दिल्ली में हल्की हवा पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के कुप्रभाव से लोगों को बचाए हुए है. हालांकि, पंजाब और हरियाणा में किसान धान की पराली को जला रहे हैं और वहां से आने वाली हवाएं दो-तीन दिनों में दिल्ली पहुंच जाएंगी, जिससे यहां प्रदूषण का स्तर बढ़ जाएगा.
निजी मौसम अनुमान एजेंसी स्काईमेट के निदेशक महेश पलावत ने कहा, "अगले दो दिनों में उत्तर-पश्चिमी हवाएं दिल्ली पहुंचेंगी. वर्तमान में आद्र्रता का स्तर कम है. सुबह का कम तापमान प्रदूषक के साथ मिल जाता है, जिसके कारण धुंध बनती है. इससे प्रदूषण का स्तर भी बढ़ जाता है."
दिल्ली के बाहर मुंडका में एक्यूआई का स्तर 448 रहा, जिसके कारण यह सबसे अधिक प्रदूषण वाली जगह रहा. द्वारका, रोहिणी, बवाना, आनंद विहार, जहांगीरपुरी, नरेला, नेहरू नगर, सोनिया विहार, विवेक विहार, वजीरपुर, मथुरा रोड और नोएडा सेक्टर-125 में भी वायु गुणवत्ता खराब रही.
इस बीच, वायु गुणवत्ता और मौसम अनुमान और अनुसंधान प्रणाली (एसएएफएआर) ने सुबह और सूर्यास्त के बाद घर के बाहर शारीरिक कसरत से बचने की सलाह दी है.