दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में धुंध के कारण दृश्यता कम होती जा रही है, क्योंकि दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता बिगड़ती जा रही है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार आनंद विहार में 404 ('गंभीर' श्रेणी) में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) दिल्ली में कल 10 नवम्बर की सुबह पूरे आकाश में ग्रे रंग की धुंध छाई हुई थी. कल दिल्ली का प्रदूषण स्तर बहुत ही गंभीर हो गया था. प्रदूषण परमीसिबल स्टैंडर्ड या सहन करने योग्य स्तर से कई गुना अधिक होने के चलते पूरी दिल्ली धुंध की मोटी चादर में लिपट गई. मंदिर मार्ग, पंजाबी बाग, पूसा, रोहिणी, पटपड़गंज, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, नजफगढ़, श्री अरबिंदो मार्ग और ओखला फेज 2 में वायु गुणवत्ता सूचकांक ने 500 का अधिकतम आंकड़ा पार कर लिया था.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने कहा कि धुंध के कारण सुबह दृश्यता कम होकर केवल 300 मीटर रह गई. बता दें कि दिल्ली में मंगलवार सुबह 9 बजे 487 का एक्यूआई दर्ज किया, जो "गंभीर" श्रेणी में आता है. पड़ोसी शहर फरीदाबाद (474), गाजियाबाद (476), नोएडा (490), ग्रेटर नोएडा (467), और गुरुग्राम (469) में भी "गंभीर" वायु गुणवत्ता दर्ज की गई. दिल्ली में गंभीर एयर पॉल्यूशन का यह सातवां दिन है.
देखें ट्वीट:
Delhi: Visibility reduces due to smog in the national capital, as the air quality deteriorates in Delhi-NCR. Visuals from
Karkardooma.
Air Quality Index (AQI) at 404 ('severe' category) in Anand Vihar, as per Central Pollution Control Board (CPCB). pic.twitter.com/G6CqCiRyQ8— ANI (@ANI) November 11, 2020
PM2.5 के स्तर महीन कण जो रक्तप्रवाह में भी प्रवेश कर सकते हैं - दिल्ली-एनसीआर में सुबह 8 बजे 605 माइक्रोग्राम / मी 3 था, जो लगभग दस गुना था. 60 /g / m3 सुरक्षित सीमा है. सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, पीएम 10 का स्तर 8 जून, 2018 के बाद 777 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर (atg / m3) था, जो नवंबर 14, 2018 के उच्चतम स्तर पर .भारत में 100 µg / m3 से नीचे PM10 का स्तर सुरक्षित माना जाता है.