दिल्ली: एम्स के डॉक्टरों ने निकाला पेट के अंदर से 20 सेमी चाकू, जानें पूरा मामला
कई बार इंसान ऐसी गलती कर बैठता है जिससे उसकी जान आफत में पड़ जाती है. एक ऐसा ही हैरान कर देना वाला मामला राजधानी दिल्ली से सामने आया है. जहां के एम्स अस्पताल में डॉक्टरों के सामने एक ऐसा मरीज सामने आया. जिसका इलाज करने वाले डॉक्टर भी हैरान रह गए. दरअसल हरियाणा के एक 28 साल के युवक को इलाज के लिए दिल्ली रेफर किया गया. यह युवक नशे की लत का शिकार था. उसे गांजे की लत थी. जब कोरोना वायरस के कारण देश में लॉकडाउन लागू हुआ और उसे नशे की चीज नहीं मिली तो उसने पानी का एक कटोरा लिया और उसके साथ 20 सेंटीमीटर लंबा चाकू निगल गया. लेकिन इस दौरान उसने किसी से कुछ नहीं बताया. लेकिन जब दर्द बढ़ने लगा तो चेकप कराया गया. फिर सामने आई सच्चाई.
कई बार इंसान ऐसी गलती कर बैठता है जिससे उसकी जान आफत में पड़ जाती है. एक ऐसा ही हैरान कर देना वाला मामला राजधानी दिल्ली से सामने आया है. जहां के एम्स अस्पताल में डॉक्टरों के सामने एक ऐसा मरीज सामने आया. जिसका इलाज करने वाले डॉक्टर भी हैरान रह गए. दरअसल हरियाणा के एक 28 साल के युवक को इलाज के लिए दिल्ली रेफर किया गया. यह युवक नशे की लत का शिकार था. उसे गांजे की लत थी. जब कोरोना वायरस के कारण देश में लॉकडाउन लागू हुआ और उसे नशे की चीज नहीं मिली तो उसने पानी का एक कटोरा लिया और उसके साथ 20 सेंटीमीटर लंबा चाकू निगल गया. लेकिन इस दौरान उसने किसी से कुछ नहीं बताया. लेकिन जब दर्द बढ़ने लगा तो चेकप कराया गया. फिर सामने आई सच्चाई.
वहीं जानकारी मिलने के बाद एम्स अस्पताल में रेफर किया गया. एनआईए की खबर के मुताबिक गेस्ट्रोसर्जरी विभाग के डॉक्टर निहार रंजन दास ने बताया कि यह अपने आप में काफी चैलेंजिग थी. इसके पहले तो डॉक्टर निहार रंजन दास ने मरीज का कोरोना टेस्ट कराया और रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्होंने मरीज को सर्जरी के तैयार किए. रिपोर्ट के मुताबिक मरीज काफी दुबला था और उसके शरीर में ब्लड की कमी थी. जिसे 3 यूनिट ब्लड भी चढ़ाना पड़ा. 7 दिनों के देखरेख के बाद मरीज सर्जरी के लायक हुआ.
डॉक्टर दास के मुताबिक शख्स के पेट के भीतर चाकू फूड पाइप से होते हुए स्टमक तक पहुंच गया था. जिसके कारण चाकू का धारदार हिस्सा लिवर के अंदर चला गया. इस कारण रक्तस्राव हुई और लीवर के पास मवाद भी बन गया. लेकिन इलाज के बाद जब मरीज को थोड़ी राहत मिली तो ऑपरेशन का फैसला लिया गया. डॉक्टर के मुताबिक इस ऑपरेशन में एक्सपर्ट की मदद लेनी पड़ी और तकरीबन 3 घंटे का समय लगा. पेट को चीरकर चाक़ू को निकाल लिया गया. फिलहाल मरीज अब भी डॉक्टर के ऑब्जरवेशन में हैं. वहीं उसकी तबियत में अब सुधार हो रहा है.