देहरादून के अस्पताल में बिजली हुई गुल तो डॉक्टरों ने मोमबत्ती से करा डाली 9 डिलीवरी, जानें फिर क्या हुआ?

देहरादून के दून अस्पताल में मंगलवार देर रात से बुधवार सुबह 10 बजे तक बारिश के दौरान बिजली बंद रही. ऐसे में डॉक्टरों ने मोमबत्ती और टॉर्च की रोशनी में कुल 9 डिलीवरी कराई. सभी जच्चा-बच्चा पूरी तरह सुरक्षित हैं.

दून अस्पताल (Photo Credit-Facebook)

सरकारी अस्पतालों से लापरवाही ही खबरें अक्सर आती ही रहती हैं. ताजा मामला उत्तराखंड की राजधानी देहरादून (Dehradun) के दून अस्पताल का है, जहां मंगलवार देर रात से बुधवार सुबह 10 बजे तक बारिश के दौरान बिजली बंद रही. ऐसे में डॉक्टरों ने मोमबत्ती और टॉर्च की रोशनी में कुल 9 डिलीवरी कराई. सभी जच्चा-बच्चा पूरी तरह सुरक्षित हैं. बताया जा रहा है कि अस्पताल के जनरेटर में तकनीकी खराबी आ गई थी. बुधवार रात आठ बजे बिजली जाने के बाद जब अस्पताल में तैनात गार्ड जनरेटर चलाने के लिए गए तो तकनीकी खराबी के कारण जरनेटर नहीं चला.

गार्ड ने महिला अस्पताल की सीएमएस को इसकी सूचना दी. उन्होंने इसकी सूचना दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के एमएस डॉक्टर केके टम्टा को दी. जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना सुपरवाइजर और तकनीशियन इंचार्ज को दी तो उन्होंने बारिश का हवाला देते हुए उसने वहां आने से इंकार कर दिया. जिसके कारण डॉक्टर्स को मोमबत्ती और टॉर्च की रोशनी में डिलीवरी की. यह भी पढ़ें- हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के घर पर CBI का छापा, जांच जारी

बता दें कि मंगलवार को तेज बारिश के वजह से शहर में बिजली नहीं थी. इसी समय दून अस्पताल का जनरेटर भी खराब हो गया था, इतना ही नहीं इस दौरान अस्पताल का एक मात्र इलेक्ट्रीशियन भी छुट्टी पर था, जिसके कारण अस्पताल में बिजली की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई. इस बीच दून महिला चिकित्सालय के लेबर रूम में भर्ती महिलाओं को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई. बिजली न होने पर लेबर रूम में स्टाफ ने मोबाइल फोन और मोमबत्ती की रोशनी में डिलीवरी कराई. कुल 9 डिलीवरी इसी तरह कराई गई. कम रोशनी के बावजूद भी सभी डिलीवरी सफल रहीं.

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