इंडियन नेवी को मिली 'साइलेंट किलर' की ताकत, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में नौसेना के बेड़े में शामिल हुई INS खंडेरी
नौसेना के बेड़े में शामिल हुई INS खंडेरी (Photo Credits- ANI)

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath) की मौजूदगी में शनिवार को INS खंडेरी (INS Khanderi) भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल हो गई है. आईएनएस खंडेरी को 'साइलेंट किलर' भी कहा जाता है. इसके शामिल होने से इंडियन नेवी की क्षमता में कई गुना इजाफा हो गया है. आईएनएस खंडेरी भारत की दूसरी स्कार्पियन-वर्ग की मारक पनडुब्बी है, जिसे पी-17 शिवालिक वर्ग के युद्धपोत के साथ नौसेना में शामिल किया गया. आईएनएस खंडेरी पनडुब्बी को नौसेना को सौंपने के बाद रक्षामंत्री ने कहा, पाकिस्तान को समझना चाहिए कि आज हमारी सरकार के मजबूत संकल्प से INS खंडेरी के बेड़े में शामिल होने के बाद नेवी की क्षमता बढ़ गई है. अब भारत पाकिस्तान को पहले से बड़ा झटका देने में सक्षम है.

राजनाथ सिंह ने कहा मोदी सरकार डिफेंस की जरूरतों को पूरा करने की हर संभव कोशिश करेगी. हिंद महासागर और समुद्री रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, अगर कोई इसे क्रॉस करता है तो हमारी नेवी उसे मुंहतोड़ जवाब देगी. रक्षामंत्री ने बताया कि खंडेरी नाम 'स्वॉर्ड टूथ फिश' से प्रेरित है, जो समुद्र के तल के करीब पहुंचकर शिकार करने के लिए जानी जाने वाली एक घातक मछली है.

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पाकिस्तान को चेतवानी- 

राजनाथ सिंह ने कहा कि कुछ ऐसी ताकते हैं जिनकी हसरते नापाक हैं. ये साजिश रच रहे हैं. कि समंदर के रास्ते से फिर मुंबई 26/11 जैसा आतंकी हमला कर सकें. लेकिन उनकी इरादे किसी सूरत में कामयाब नहीं होंगे. रक्षामंत्री ने कहा, "हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते हैं कि पड़ोसी देश के आतंकवादी समुद्र तटीय इलाकों में आतंकी हमले को अंजाम दे सकते हैं, जो कच्छ से केरल तक फैला हुआ है. हालांकि, मैं हर किसी को भरोसा देना चाहूंगा कि हमारी समुद्री सुरक्षा पूरी तरह से मजबूत है. हम तटवर्ती सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं."

नौसेना की बढ़ी ताकत-

आईएनएस खंडेरी भारत की दूसरी स्कॉर्पियन-वर्ग की मारक पनडुब्बी है. यह भारतीय समुद्री सीमा की सुरक्षा करने में पूरी तरह से सक्षम है. यह पनडुब्बी 300 किलोमीटर दूर स्थित दुश्मन के जहाज को नष्ट करने की क्षमता रखती है. यह पनडुब्बी 67.5 मीटर लंबी, 12.3 मीटर ऊंची और 1565 टन वजनी है. स्पेशल स्टील से बनी सबमरीन में हाई टेंसाइल स्ट्रेंथ है, जो अधिक गहराई में जाकर काम करने की क्षमता रखती है.

स्टील्थ टेक्नोलॉजी से यह रडार की पकड़ में नहीं आती और किसी भी मौसम में कार्य करने में सक्षम है. खंडेरी पानी के भीतर 40 से 45 दिनों तक रह सकती है. इसी के साथ देश में निर्मित यह पनडुब्बी एक घंटे में 35 किलोमीटर की दूरी आसानी से तय कर सकती है. यह पनडुब्बी 350 मीटर तक की गहरायी में भी जाकर दुश्मन का पता लगाती है.