चक्रवात I प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)
चक्रवाती तूफान 'गुलाब' के गुजर जाने के बाद एक नए चक्रवाती तूफान 'शाहीन' (Cyclone Shaheen) की आशंका प्रबल हो गई है. इस तूफान का खास तौर पश्चिमी तट पर असर होने का अनुमान है. मौसम विभाग ने बताया कि महाराष्ट्र और गुजरात के समुद्र तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों पर असर हो सकता है. अरब सागर में तैयार होने वाला शाहीन तूफान महाराष्ट्र और गुजरात के समुद्री किनारे वाले इलाकों को प्रभावित करेगा. गुजरात तट पर चक्रवाती तूफान की आशंका, मुछआरों को 2 अक्टूबर तक समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, चक्रवात 'शाहीन' के गुरुवार रात या शुक्रवार की सुबह पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर बनने की संभावना है और वर्तमान मौसम की स्थिति सौराष्ट्र, गुजरात और कोंकण क्षेत्र में भारी से बहुत भारी बारिश ला सकती है.
चक्रवाती तूफान के गुरुवार के आसपास पूर्वोत्तर में अरब सागर और गुजरात तट पर फिर से उभरने की आशंका जताई गई है. अधिकारियों ने कहा कि यह प्रक्रिया संभवत: शुक्रवार को तेज हो सकती है और बाद के 24 घंटों के दौरान चक्रवाती तूफान शाहीन में तेज हो जाएगा.
इसके बाद चक्रवाती सिस्टम के भारतीय तट से दूर होते हुए पाकिस्तान-मेक्रान तटों के करीब पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर जारी रहने की संभावना है. झारखंड और इससे सटे पश्चिम बंगाल पर भी एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है.
मौसम विभाग ने बताया कि अग्लेकुच दिनों में सौराष्ट्र और कच्छ में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है और गुजरात क्षेत्र, उत्तरी कोंकण, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड में अलग-अलग स्थानों पर भी भारी बारिश की संभावना है. 3 अक्टूबर तक बिहार में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की भी संभावना है. IMD ने कहा कि मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे 2 अक्टूबर तक उत्तर और उससे सटे मध्य अरब सागर और गुजरात और उत्तरी महाराष्ट्र के तटों पर न जाएं.
चक्रवात I प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)
चक्रवाती तूफान 'गुलाब' के गुजर जाने के बाद एक नए चक्रवाती तूफान 'शाहीन' (Cyclone Shaheen) की आशंका प्रबल हो गई है. इस तूफान का खास तौर पश्चिमी तट पर असर होने का अनुमान है. मौसम विभाग ने बताया कि महाराष्ट्र और गुजरात के समुद्र तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों पर असर हो सकता है. अरब सागर में तैयार होने वाला शाहीन तूफान महाराष्ट्र और गुजरात के समुद्री किनारे वाले इलाकों को प्रभावित करेगा. गुजरात तट पर चक्रवाती तूफान की आशंका, मुछआरों को 2 अक्टूबर तक समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, चक्रवात 'शाहीन' के गुरुवार रात या शुक्रवार की सुबह पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर बनने की संभावना है और वर्तमान मौसम की स्थिति सौराष्ट्र, गुजरात और कोंकण क्षेत्र में भारी से बहुत भारी बारिश ला सकती है.
चक्रवाती तूफान के गुरुवार के आसपास पूर्वोत्तर में अरब सागर और गुजरात तट पर फिर से उभरने की आशंका जताई गई है. अधिकारियों ने कहा कि यह प्रक्रिया संभवत: शुक्रवार को तेज हो सकती है और बाद के 24 घंटों के दौरान चक्रवाती तूफान शाहीन में तेज हो जाएगा.
इसके बाद चक्रवाती सिस्टम के भारतीय तट से दूर होते हुए पाकिस्तान-मेक्रान तटों के करीब पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर जारी रहने की संभावना है. झारखंड और इससे सटे पश्चिम बंगाल पर भी एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है.
मौसम विभाग ने बताया कि अग्लेकुच दिनों में सौराष्ट्र और कच्छ में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है और गुजरात क्षेत्र, उत्तरी कोंकण, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड में अलग-अलग स्थानों पर भी भारी बारिश की संभावना है. 3 अक्टूबर तक बिहार में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की भी संभावना है. IMD ने कहा कि मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे 2 अक्टूबर तक उत्तर और उससे सटे मध्य अरब सागर और गुजरात और उत्तरी महाराष्ट्र के तटों पर न जाएं.