गढचिरौली में सीआरपीएफ जवान स्थानीय लोगों के लिए बनियान से तैयार कर रहे मास्क

महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में तैनात नक्सल-रोधी सीआरपीएफ इकाई के जवानों ने स्थानीय लोगों के लिए बनियान से करीब 2,500 मास्क तैयार किए हैं ताकि उस क्षेत्र में कोरोना वायरस के संक्रमण पर काबू पाया जा सके. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 191 वीं बटालियन उग्रवाद प्रभावित गढ़चिरौली जिले के भीतरी हिस्से में तैनात है.

सीआरपीएफ के जवान ( Photo Credit: ANI )

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में तैनात नक्सल-रोधी सीआरपीएफ इकाई के जवानों ने स्थानीय लोगों के लिए बनियान से करीब 2,500 मास्क तैयार किए हैं ताकि उस क्षेत्र में कोरोना वायरस के संक्रमण पर काबू पाया जा सके. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 191 वीं बटालियन उग्रवाद प्रभावित गढ़चिरौली जिले के भीतरी हिस्से में तैनात है. 25 मार्च से देश भर में लागू लॉकडाउन के कारण वहां नियमित सामान की आपूर्ति में बाधा आ रही थी. बल की इकाई को तुरंत क्षेत्र में राहत कार्य शुरू करने और जरूरतमंदों को सैनिटाइज़र, साबुन, डिटर्जेंट, मास्क, राशन और तैयार भोजन वितरित करने का निर्देश दिया गया था.

बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर प्रभाकर त्रिपाठी ने गढ़चिरौली से फोन पर बताया, "हमारे पास कोई मास्क नहीं था. बाहर से आपूर्ति होने पर समय लगता. फिर, हमने पाया कि हमारी यूनिट कैंटीन में 415 नयी बनियान हैं." उन्होंने कहा कि सामान्य दिनों में उन बनियान का उपयोग हमारे जवानों द्वारा किया जाता. लेकिन यह विशेष स्थिति थी. उन्होंने कहा, "हमने तुरंत अपने दर्जी और अन्य जवानों को काम पर लगा दिया और उन्होंने इन बनियानों को काट कर कुल 2,490 मास्क तैयार किए जिन्हें स्थानीय लोगों में बांटा गया.’’

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उन्होंने कहा कि शुरुआती दिनों में इससे काफी मदद मिली और फिर बाद में बाहर से मास्क मंगाए गए. बल की यह इकाई लगभग 600 ग्रामीणों को भोजन मुहैया करा रही है. इनमें दो बारातों के 40 सदस्य भी शामिल हैं जो लॉकडाउन के कारण फंस गए हैं.

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