ऑटिज्म बीमारी से पीड़ित युवती से संस्था के प्रिंसिपल ने किया दुष्कर्म, बच्चे के भ्रूण से पकड़ा गया आरोपी

ऑटिज्म की बीमारी से ग्रस्त लड़की के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है. यह मामला तब उजागर हुआ जब लड़की 19 महीने की गर्भवती हुई. ऑटिज्म की वजह से युवती कुछ बोल नहीं पाती है. देहरादून की एक संस्था में 6 वर्षो से उसका इलाज चल रहा है...

सांकेतिक तस्वीर

ऑटिज्म (Autism) की बीमारी से ग्रस्त लड़की के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है. यह मामला तब उजागर हुआ जब लड़की 19 महीने की गर्भवती हुई. ऑटिज्म की वजह से युवती कुछ बोल नहीं पाती है. देहरादून की एक संस्था में 6 वर्षो से उसका इलाज चल रहा है. छुट्टियों के दौरान जब लड़की छुट्टी पर घर आई तब परिवार के लोगों ने उसे ट्रेनिंग के लिए मडियांव स्थित समर्पण डे-केयर फाउंडेशन भेजना शुरू कर दिया. सुबह 10 से 4 बजे तक युवती वहीं रहती थी.

छुट्टियां खत्म होने के बाद वो वापस देहरादून चली गई और जब वहां उसका रूटीन चेकअप किया गया तो वो 19 महीने की गर्भवती पाई गई. परिवार वाले युवती को वापस लखनऊ लेकर आ गए और पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज करवाई. पीड़िता कुछ बोल नहीं पाती थी, इसलिए आरोपी को ढूंढना पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी. घर में काम करने वाले नौकरों से पूछताछ की गई और सीसीटीवी फूटेज भी निकलवाए लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा.

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जिसके बाद पुलिस ने समर्पण डे केयर फाउंडेशन पर नजर रखनी शुरू की. संस्था में जाने की तारीख से पुलिस को संस्था के लोगों पर शक हुआ. पुलिस ने शक के बिनाह पर तीन लोगों के खून के सैम्पल लिए जिनमें संस्था के प्रिंसिपल डॉ. खुशाल सिंह का ब्लड सैम्पल युवती के गर्भ में पल रहे बच्चे के भ्रूण से मैच कर गया. पुलिस ने शुक्रवार को उसे गिरफ्तार कर लिया और उसने पूछताछ में जुर्म कबूल कर लिया.

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