नई दिल्ली: देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस (COVID-19) के मामले बढ़ रहे हैं. दिल्ली-एनसीआर में संक्रमण सबसे अधिक तेजी से फैल रहा है. रोजाना मामलों में बड़ी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. ऐसे में हर किसी को यही डर सता रहा है कि क्या यह चौथी लहर का संकेत है? चौथी लहर के खतरे के बीच वर्तमान R वैल्यू ने चिंता को और बढ़ा दिया है. देश में कोविड की प्रभावी प्रजनन संख्या, यानि R Value की बढ़ती दर से साफ है कि संक्रमण किस तेजी से फैल रहा है. COVID की चौथी लहर में संक्रमण दर होगी तेज, लेकिन हार्ड इम्यूनिटी करेगी सुरक्षा कवच का काम, विशेषज्ञ डॉक्टरों के पैनल ने चेताया.
रीप्रोडक्शन नंबर (R) जनवरी के बाद पहली बार बढ़कर एक से अधिक हो गया है. इससे पहले तीसरी लहर के दौरान जनवरी महीने में R वैल्यू इतनी अधिक थी. चेन्नई के गणितीय विज्ञान संस्थान (आईएमएस) के एक शोधकर्ता सीताभ्र सिन्हा के अनुसार पिछले कुछ हफ्तों में लगातार बढ़ रही आर वैल्यू 12-18 अप्रैल के बीच के सप्ताह के लिए 1.07 थी. जबकि 5-11 अप्रैल के सप्ताह में यह 0.93 थी. सिन्हा ने कहा कि पिछली बार आर वैल्यू एक से ऊपर (1.28) 16-22 जनवरी के बीच के सप्ताह में थी.
R वैल्यू में यह बढ़ोतरी सिर्फ दिल्ली की वजह से ही नहीं हो रही बल्कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कारण भी हुई है. दिल्ली से सटे इन राज्यों में भी कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है. R वैल्यू में वर्तमान वृद्धि मुख्य रूप से उत्तर में दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा और दक्षिण में कर्नाटक में कोविड के मामलों में हुए इजाफे के कारण है. 18 अप्रैल को दिल्ली की R वैल्यू 2.12, उत्तर प्रदेश की R वैल्यू 2.12, कर्नाटक की 1.04 और हरियाणा की R वैल्यू 1.70 रही.
क्या है R वैल्यू
R वैल्यू उन लोगों की संख्या को बताती है जो कोविड पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आकर संक्रमित हो सकते हैं. यदि किसी राज्य में आर-वैल्यू 1 है, तो इसका मतलब है कि एक कोविड संक्रमित व्यक्ति एक अन्य व्यक्ति में संक्रमण फैला सकता है. R वैल्यू का 1 से अधिक होने का अर्थ है कि एक संक्रमित व्यक्ति एक से अधिक व्यक्तियों में संक्रमण फैला सकता है, जो बहुत चिंता का विषय है.
दिल्ली में 1 हजार से अधिक मामले
राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को कोविड-19 के 1,009 नए मामले सामने आए, जो एक दिन पहले की तुलना में 60 प्रतिशत अधिक हैं, जबकि संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत हो गई. इस बीच, दिल्ली सरकार ने सार्वजनिक स्थान पर मास्क पहनना एक बार फिर अनिवार्य कर दिया है और इसका उल्लंघन करने पर 500 रुपये के जुर्माने की घोषणा की है.
यह आंकड़ा 10 फरवरी के बाद से दिल्ली में दर्ज किए गए मामलों की अधिकतम संख्या है. दिल्ली में 10 फरवरी को कोविड-19 के 1,104 मामले सामने आए थे. दिल्ली में संक्रमण दर बढ़कर 5.7 प्रतिशत हो गई है. इससे पहले दिल्ली में मंगलवार को कोविड के 632 मामलों के साथ संक्रमण दर 4.42 प्रतिशत दर्ज की गई थी. इससे एक दिन पहले 501 मामले आए और संक्रमण दर 7.72 प्रतिशत रही. दिल्ली में वर्तमान में कोरोना के 2,641 एक्टिव मरीज हैं.
मामलों में वृद्धि को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बुधवार को सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया और इसका उल्लंघन करने वालों पर 500 रुपये का जुर्माना लगाने की घोषणा की. इससे पहले दिल्ली सरकार ने मामलों में कमी के मद्देनजर 12 अप्रैल को मास्क नहीं पहनने पर जुर्माना हटा लिया था.