COVID-19: दो राज्यों में फिर बढ़ रहे कोविड के मामले, विशेषज्ञों ने दी सतर्क रहने की सलाह
पिछले कुछ दिनों में भारत के दो राज्यों- महाराष्ट्र और केरल में कोविड-19 के मामले अचानक बढ़ने लगे हैं. राष्ट्रीय कोविड टैली ने लगभग 3 महीने के बाद 4,000 का आंकड़ा पार कर लिया.
नई दिल्ली, 7 जून : पिछले कुछ दिनों में भारत के दो राज्यों- महाराष्ट्र और केरल में कोविड-19 (COVID-19) के मामले अचानक बढ़ने लगे हैं. राष्ट्रीय कोविड टैली ने लगभग 3 महीने के बाद 4,000 का आंकड़ा पार कर लिया. देश में रविवार को 4,270 कोविड मामले दर्ज किए गए थे और सोमवार को यह संख्या बढ़कर 4,518 हो गई. हालांकि, मामले मंगलवार को मामूली घटकर 3,714 रह गए. पिछले 24 घंटों में कुल 1,194 और सक्रिय कोविड मामले सामने आए हैं और देश में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 26,974 है. नए बढ़ते मामलों के साथ देश में कोविड से संक्रमण की दर भी 1.21 प्रतिशत हो गई है.
सबसे ज्यादा मामले तीन राज्यों- केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली से सामने आए हैं. पिछले 24 घंटे में केरल में 1,383, महाराष्ट्र में 1,036 और दिल्ली में 247 मामले सामने आए हैं. कुल कोविड संक्रमणों का 70 प्रतिशत से अधिक मामले केवल इन तीन राज्यों से सामने आए हैं. हालांकि, संक्रमण हल्के प्रतीत होते हैं, इसलिए अस्पताल में भर्ती होने की नौबत नहीं आ रही है और मृत्युदर कम है. राष्ट्रीय आईएमए कोविड टास्क फोर्स के सह-अध्यक्ष डॉ. राजीव जयदेवन ने कहा कि दो राज्यों- महाराष्ट्र और केरल में मामलों के बढ़ने के लिए अन्य के साथ-साथ पर्यावरणीय कारकों को भी जिम्मेदार ठहराया जा सकता है. यह भी पढ़ें : देश में कोविड-19 के 5,233 नए मामले
उन्होंने आईएएनएस से कहा, "नए मेजबानों तक पहुंचने के लिए वायरस को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक जाने की जरूरत होती है. इस उद्देश्य के लिए सार्स-कोव2 वायरस बूंदों का उपयोग करता है. ये बूंदें अनिवार्य रूप से ये तरल पदार्थ की बूंदों की तरह होते हैं, जो छोटे और हल्के होते हैं. इससे यह तथ्य स्थापित होता है कि उष्णकटिबंधीय देशों में मानसून के मौसम में सांस के जरिए वायरस अधिक फैलते हैं." डॉ. जयदेवन ने कहा, यह गीली आद्र्र परिस्थितियों के दौरान लोगों के बीच बूंद आधारित संचरण के कारण होता है. उन्होंने कहा कि मामलों के बढ़ने में अन्य योगदान कारक ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट हो सकते हैं. उन्होंने आईएएनएस को बताया, "कोविड के प्रति उचित व्यवहार के बारे में लापरवाह रवैये के साथ-साथ मुक्त होकर घूमना-फिरना मामलों में वृद्धि के लिए योगदान कारक हैं."
कुछ राज्यों में कोविड-19 मामलों में मामूली वृद्धि पर चिंता जताते हुए केंद्र ने शुक्रवार को तमिलनाडु, तेलंगाना, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल को भी संक्रमण के प्रसार की निगरानी जारी रखने के लिए पत्र लिखा. स्वास्थ्य मंत्रालय ने पत्र में कहा है, "पिछले 3 महीनों में भारत में कोविड-19 मामलों की संख्या में निरंतर और महत्वपूर्ण गिरावट देखी गई है. हालांकि, पिछले 1 सप्ताह से मामलों में मामूली वृद्धि देखी जा रही है, 27 मई को समाप्त सप्ताह में रिपोर्ट किए गए 15,708 मामलों के साथ, 3 जून, 2022 को समाप्त सप्ताह में मामले बढ़कर 21,055 हो गए."
वरिष्ठ पल्मोलॉजिस्ट डॉ. नीतू जैन ने कहा, "कोविड के मामले निश्चित रूप से बढ़ रहे हैं, क्योंकि दिल्ली में संक्रमण दर 3.47 प्रतिशत तक बढ़ रही है, लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि इनमें से अधिकांश मामले हल्के होते हैं, शायद ही कोई अस्पताल में भर्ती होता है और कोई मृत्यु नहीं होती है. पिछले दिनों महाराष्ट्र में मामलों के बढ़ने के बाद यह अप्रत्याशित नहीं है." उन्होंने कहा कि अधिकांश रोगियों को कम अवधि का बुखार होता है और इससे उबरने की दर बहुत अच्छी है. हमें केवल कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करने की जरूरत है.