COVID-19: लॉकडाउन के बीच BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली ने बढ़ाया मदद का हाथ, जरूरतमंदों को दान करेंगे 50 लाख रुपए के चावल
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष सौरव गांगुली कोविड-19 के मद्देनजर 21 दिन के ‘लॉकडाउन’ से प्रभावित होने वाले लोगों के सहयोग के लिये आगे आये हैं और वह वंचितों के लिए 50 लाख रुपए के चावल दान करेंगे.
कोलकाता: पूरे देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप (Coronavirus Outbreak) को रोकने के लिए 21 दिनों का लॉकडाउन (Lockdown) है. कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की इस बड़ी जंग में केंद्र सरकार समेत राज्य सरकारों ने भी लोगों से अपने घरों में रहने और लॉकडाउन का पालन करने की अपील की है. इस बीच भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष (BCCI President) सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) कोविड-19 (COVID-19) के मद्देनजर 21 दिन के ‘लॉकडाउन’ से प्रभावित होने वाले लोगों के सहयोग के लिए आगे आए हैं. उन्होंने जरूरतमंदों के लिए 50 लाख रुपए के चावल दान करने का ऐलान किया है. बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के बयान में घोषणा की गई है कि गांगुली लाल बाबा चावल के साथ मिलकर उन जरूरतमंद लोगों को चावल मुहैया कराएंगे जिन्हें सुरक्षा कारणों से सरकारी स्कूलों में रखा गया है.
लॉकडाउन के बीच लोगों की मदद के लिए आगे आए बीसीसीआई अध्यक्ष और पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान सौरव गांगुली जरूरतमंद लोगों को 50 लाख रुपए के चावल मुफ्त में मुहैया कराएंगे, जिन्हें कोरोनो वायरस महामारी के कारण सुरक्षा के लिए सरकारी स्कूलों में रखा गया है. इसके लिए गांगुली और लाल बाबा राइस के बीच एक करार हुआ है.
सौरव गांगुली ने बढ़ाया मदद का हाथ-
एक बयान में कहा गया है कि गांगुली की इस पहल से अन्य लोग भी राज्य के दूसरे लोगों की सेवा करने के लिए आगे आने के लिए प्रेरित होंगे. इससे पहले, बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार को 25 लाख रुपए की मदद देने का फैसला किया. सीएबी के अध्यक्ष अभिषेक डालमिया ने अपनी तरफ से भी राज्य सरकार के रिलीफ फंड में मदद देने की बात कही है. यह भी पढ़ें: कोरोना वायरस का असर: लॉकडाउन और ओलंपिक के स्थगित होने के बाद रद्द हो सकता है आईपीएल
सीएबी ने कहा कि कोरोना वायरस से उत्पन्न हुई इस स्थिति में जहां सभी का ध्यान और संसाधन इससे निपटने पर है, ऐसे में सीएबी ने इस बीमारी से निपटने के लिए राज्य सरकार को 25 लाख रुपए की मदद देने का फैसला किया है. बयान में कहा गया है कि हम संभवत: इंसानी सभ्यता के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं. क्रिकेट एकता का प्रतीक है और यह इंसानियात को भी परिभाषित करता है, इसलिए सीएबी ने इमरजेंसी रिलीफ फंड में 25 लाख रुपए देने का ऐलान किया है. एक जिम्मेदार संगठन के तौर पर यह हमारा दायित्व है कि हम प्रशासन के साथ खड़े रहें और उनकी इस बीमारी से लड़ने में मदद करें.