नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर 21 दिनों के लॉकडाउन के बाद दिल्ली से बड़े पैमाने पर मजदूर अपने घरों के लिए पलायन कर रहे हैं. क्योंकि उन्हें अपनी रोजी रोटी के साथ ही रूम का किराया और खाने की चिंता सता रही है कि यह लॉकडाउन आगे भी इसी तरह से रहा तो उनका क्या होगा. ऐसे में इन मजदूरों को रोकने को लेकर अरविंद केजरीवाल (Arvind kejriwal) हर संभव कोशिश कर रहे हैं. इस बीच उनकी तरफ से एक बड़ा ऐलान किया गया है कि यदि कोई मजदूर अपने घरों का किराया नहीं दे पाता है तो दिल्ली सरकार उस मकान का किराया देगी.
वहीं इसके पहले अरविंद केजरीवाल मीडिया के एक संबोधन में पलायन करने वाले मजदूरों कके बार में कहा चुके हैं कि लोग इस लॉक डाउन के दौरान घबराकर अपने घरों के लिए ना जाए. दिल्ली सरकार हर संभव उनके खाने पीने और रहने की व्यवस्था करेगी. लेकिन इसके बाद भी दिल्ली के हजारों मजदूर अपने घरों के लिए पलायन कर रहे हैं. ऐसे में दिल्ली सरकार के साथ भारत सरकार को भी चिंता सता रही है कि यदि कोई एक भी मजदूर यदि कोरोना से संक्रमित हुआ तो वह पूरे गांव को संक्रमित कर देगा. यह भी पढ़े: कोरोना को लेकर लॉकडाउन भारत: दिल्ली से पलायन करने वाले मजदूरों को लेकर फिर से सरकार पर भड़की प्रियंका गांधी, ट्वीट कर मदद करने की कही बात
Delhi government to pay rent if tenants fail to do so: Kejriwal
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— ANI Digital (@ani_digital) March 29, 2020
बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली में बड़े पैमाने पर मजदूर रहते हैं. जो उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड समेत कई राज्यों से आकार दिल्ली में मजदूरी करते हैं. लेकिन 24 तारीख की मध्यरात्रि से पूरा देश 14 अप्रैल तक लॉक डाउन होने से दिल्ली में रहने वाले मजदूर पैदल ही अपने परिवार के साथ घरों के लिए पलायन करना शुरू कर दिए.