नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) बनकर दुनिया भर के लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है. अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने यूरोप (Europe) को कोरोना वायरस महामारी के एपिक सेंटर के तौर पर घोषित कर दिया है, क्योंकि चीन (China) के अलावा दुनिया के बाकी हिस्सों की तुलना में यूरोप में कोरोना वायरस (Coronavirus) से सबसे ज्यादा मौते हुई हैं. दुनिया भर में कोविड-19 (COVID-19) की चपेट में आकर 5,000 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, जबकि 138,000 से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित बताए जा रहे हैं. भारत (India) में भी कोरोना वायरस के 83 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 2 मौतें शामिल हैं. पाकिस्तान (Pakistan) की बात करें तो यहां कोरोना वायरस के 21 मामले सामने आए हैं. उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर दिया है.
दुनिया भर के देश इस महामारी से निपटने के लिए तमाम कोशिशें कर रहे हैं. भारत सरकार की ओर से भी कोरोना वायरस से लड़ने की युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है. भारत के कई राज्यों में एहतियात के तौर पर सिनेमा हॉल, जिम, स्विमिंग पूल और पार्कों को 30 मार्च तक बंद रखने की घोषणा की गई है. वहीं पीएम मोदी ने भी कोविड-19 से लड़ने के लिए सार्क (SAARC) देशों का आह्वान किया है. पीएम मोदी की इस पहल का सार्क देशों ने स्वागत किया है और पाकिस्तान ने भी इसका सकारात्मक जवाब दिया है. यह भी पढ़ें: Coronavirus: भारत में COVID-19 के अब तक 83 मामले, महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 19 केस पॉजिटिव, नागपुर के अस्पताल से फरार 5 संदिग्धों में 3 वापस लौटे
बता दें कि पीएम मोदी (PM Narendra Modi) के कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने के लिए सार्क देशों के एक साथ आने की अपील के एक दिन बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से सकारात्मक जवाब आया है. पाकिस्तान (Pakistan) ने इस महामारी के खतरे से निपटने के लिए क्षेत्रीय और वैश्विक मोर्चों पर मिल जुलकर प्रयास करने की जरूरत पर जोर दिया है. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने शनिवार सुबह ट्वीट कर कहा- हम सूचित करते हैं कि स्वास्थ्य मामलों पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक सार्क सदस्य देशों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) में भाग लेने के लिए मौजूद रहेंगे.
देखें ट्वीट-
The threat of #COVID-19 requires coordinated efforts at global and regional level. We have communicated that SAPM on Health will be available to participate in the video conference of #SAARC member countries on the issue.
— Spokesperson 🇵🇰 MoFA (@ForeignOfficePk) March 13, 2020
ज्ञात को हो कि पीएम मोदी ने शुक्रवार को दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) देशों को इस महामारी से निपटने के लिए चर्चा करने का प्रस्ताव दिया था. उन्होंने ट्वीट कर कोरोना वायरस से लड़ने के लिए मजबूत रणनीति बनाने के लिए सार्क देशों से सहयोग की अपील की. उन्होंने कहा कि हम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने नागरिकों को स्वस्थ रखने के लिए बातचीत कर सकते हैं. हम एकजुट होकर कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़कर दुनिया के सामने एक मिसाल पेश कर सकते हैं. यह भी पढ़ें: कोरोना वायरस से दुनिया भर में हाहाकार: अमेरिका में आपातकाल घोषित, भारतीय दूतावास ने भारतीय छात्रों के लिए जारी की एडवाइजरी
पीएम मोदी की पहल
I would like to propose that the leadership of SAARC nations chalk out a strong strategy to fight Coronavirus.
We could discuss, via video conferencing, ways to keep our citizens healthy.
Together, we can set an example to the world, and contribute to a healthier planet.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 13, 2020
गौरतलब है कि भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका, मालदीव और नेपाल सार्क के सदस्य देश हैं. पीएम मोदी की इस पहल का श्रीलंका और भूटान ने स्वागत किया है. बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को वैश्विक महामारी घोषित किया है.