Coronavirus Outbreak In India: कोरोना वायरस लॉकडाउन (Coronavirus Lockdown) के बावजूद देश में कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. यहां कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते खतरे को देखते हुए इसकी रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. वहीं डॉक्टर, नर्स, पुलिसकर्मी और अन्य मेडिकल स्टाफ लगातार कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की मदद में जुटे हुए हैं. अब कोरोना वायरस के खिलाफ जारी इस जंग (Fight Against Coronavirus) में 30 हजार से ज्यादा स्वयंसेवक डॉक्टर (Volunteer Doctors) शामिल होकर इससे लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के अनुसार, सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा, सेवानिवृत्त सरकारी चिकित्सा कर्मचारी और निजी चिकित्सकों ने अपनी स्वेच्छा से कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में सहयोग दने की इच्छा जाहिर की है.
दरअसल, 25 मार्च को सरकार ने सेवानिवृत्त सरकारी, सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम और निजी डॉक्टरों से अपील की थी कि वे जानलेवा नोवेल कोरोना वायरस संक्रमण के कारण फैली इस महामारी से लड़ने के प्रयासों में सहयोग देने के लिए आगे आएं.
अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि इस अपील के बाद सेवानिवृत्त सरकारी, सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम और निजी डॉक्टरों सहित 30,100 स्वयंसेवी डॉक्टरों ने सरकार से कोविड-19 महामारी से जारी इस लड़ाने में शामिल होने की बात कही है. यह भी पढ़ें: Coronavirus: देशभर में संक्रमित मरीजों की संख्या 2902 हुई, अब तक 68 लोगों की मौत
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कोविड-19 मामलों की संख्या बढ़कर 2902 हो गई है, जबकि मरने वालों का आंकड़ा 68 तक पहुंच गया है. 25 मार्च को निति आयोग (Niti Aayog) की वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक बयान में सरकार ने कहा था कि जो लोग इसमें योगदान करना चाहते हैं वो देश सेवा करने के लिए इस महान मिशन का हिस्सा बन सकते हैं. इच्छुक लोग निति आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर दिए गए लिंक पर खुद को पंजीकृत कर सकते हैं.
बयान में आगे कहा गया कि हम इस तरह के स्वयंसेवी डॉक्टरों से अपील करते हैं कि आप कोविड-19 महामारी से लड़ाई के दौरान जरूरत के समय आगे आएं. आप एक सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी, सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम या निजी चिकित्सक भी हो सकते हैं.
गौरतलब है कि अमेरिका, इटली, ब्रिटेन और वियतनाम सहित कई अन्य देशों ने कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए सेवानिवृत्त स्वास्थ्य कर्मचारियों से वापस काम पर आने के लिए आग्रह किया है. अब भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ जारी इस जंग में 30 हजार से ज्यादा स्वयंसेवी डॉक्टर शामिल होकर कोविड-19 को हराने में मदद करेंगे.