नई दिल्ली: भारत में बुधवार को कोविड-19 (COVID-19) के 48,513 नए मामलों की पुष्टि हुई. इसके साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 15 लाख के पार पहुंच गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार कुल मामलों में से 5,09,447 सक्रीय केस है, जबकि 9,88,029 इलाज के बाद ठीक हुए है. जबकि पिछले 24 घंटों में 768 संक्रमितों की मौत हुई है, इसके साथ कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 34,193 तक पहुंच गया है. वर्तमान में कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट 64.24 फीसदी है.
केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए प्रतिदिन के कोविड-19 के आंकड़ों पर गौर करे तो मार्च महीने से शुरु हुई महामारी का प्रकोप राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ा है, जबकि कोरोना संक्रमण का नक्शा काफी बदल गया है. अगस्त महीने से ठीक पहले कोरोना की मार झेल रहे मुंबई (Mumbai) और दिल्ली (Delhi) जैसे शहरों में अब हालात सुधरे है, जबकि पुणे (Pune) और बेंगलुरु (Bengaluru) जैसे शहर नए हॉटस्पॉट के तौर पर उभर रहे है. कोरोना वायरस महामारी के चलते राजस्थान राजभवन में इस बार नहीं होगा ‘एट होम’
दिल्ली में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 613 नए मामले सामने आए थे, जो पिछले दो महीने में प्रतिदिन के मामलों में सबसे कम है. वर्तमान में दिल्ली में एक्टिव मरीजों की संख्या 10,994 है, जबकि संक्रमण से मारने वालों की संख्या बढ़कर 3853 हो गई. जुलाई महीने की शुरुआत के बाद से दिल्ली में लगातार हालात सुधर रहे है. राज्य के 88 प्रतिशत संक्रमित स्वास्थ्य हो चुके है. रिपोर्ट्स की मानें तो दिल्ली में कोविड-19 का पीक खत्म हो चुका है और दिल्ली में अगस्त के तीसरे सप्ताह तक कोरोना का प्रकोप का अंत हो सकता है.
इसी तरह, मुंबई के भी हालात अब पहले जैसे चिंताजनक नहीं रहे. आर्थिक राजधानी मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमण के मंगलवार को 717 नये मामले सामने आये, जो दो महीनों से अधिक समय में किसी एक दिन की सबसे कम संख्या है. इस महामारी से महानगर में 55 और लोगों की मौत हुई. मुंबई में एक सीरो-सर्विलांस सर्वेक्षण से जानकारी मिली है कि यहां तीन निकाय वार्डों के झुग्गी क्षेत्र में रहनेवाली 57 फीसदी आबादी और झुग्गी इलाकों से इतर रहनेवाले 16 फीसदी लोगों के शरीर में एंटीबॉडी बन गई हैं. इससे संकेत मिलते हैं कि कोरोना वायरस के आधिकारिक आंकड़ों से कहीं अधिक लोग पहले ही इससे संक्रमित हो चुके हैं. बताया जा रहा है कि शहर में अक्टूबर के दूसरे सप्ताह के दौरान प्रकोप का अंत हो सकता है.
इसके उलट, पुणे और बेंगलुरु में स्थिति चिंताजनक होती जा रही है. इन दोनो शहरों में संक्रमण का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. पुणे में मंगलवार को 3,000 ताजा मामले दर्ज किए गए. पुणे में अबतक 74 हजार से अधिक लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि करीब 1,700 लोगों की मौत हुई है. जबकि बेंगलुरु में एक हफ्ते के लॉकडाउन के बावजूद 1,470 नए संक्रमित मिले.