कोरोना संकट ने बीच चर्चा का केंद्र बनें निजामुद्दीन मरकज का पहला वीडियो आया सामने, बिल्डिंग के अंदर बड़ी संख्या में दिख रहें लोग; Watch Video
भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित केस लगातार बढ़ रहे हैं. देश में कोविड-19 के 1637 मामले सामने आए हैं. देश में बीते 24 घंटों के भीतर 386 नए केस आए हैं. साथ ही 38 से अधिक लोगों की मौत हुई है.वही देश में पिछले दो दिन से चर्चा का तबलीगी जमात को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. बताना चाहते है कि राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन की मरकज का एक वीडियो न्यूज एजेंसी एएनआई ने दिल्ली पुलिस को क्रेडिट देते हुए शेयर किया है. जानकारी के अनुसार यह वीडियो 26 मार्च का बताया जा रहा है, जब मरकज में एक धार्मिक सभा आयोजित की गई थी.
नई दिल्ली. भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित केस लगातार बढ़ रहे हैं. देश में कोविड-19 के 1637 मामले सामने आए हैं. देश में बीते 24 घंटों के भीतर 386 नए केस आए हैं. साथ ही 38 से अधिक लोगों की मौत हुई है.वही देश में पिछले दो दिन से चर्चा का तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. बताना चाहते है कि राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन की मरकज का एक वीडियो न्यूज एजेंसी एएनआई ने दिल्ली पुलिस को क्रेडिट देते हुए शेयर किया है. जानकारी के अनुसार यह वीडियो 26 मार्च का बताया जा रहा है, जब मरकज में एक धार्मिक सभा आयोजित की गई थी. स्वास्थ्य मंत्रालय के कहा कि तबलीगी जमात के कारण तमिलनाडु, राजधानी दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, आंध्र प्रदेश में कोरोना के मामलो में इजाफा हुआ है.
बता दें कि देश में इससे पहले ही पीएम नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन का ऐलान किया है. इसलिए आरोप है कि लॉकडाउन के नियमों को तोड़कर 26 मार्च को धार्मिक सभा का आयोजन किया गया है. इसके चलते तबलीगी जमात मरकज पर महामारी अधिनियम के प्रावधानों और आईपीसी की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश) के उल्लंघन के लिए एफआईआर दर्ज की गई है. यह भी पढ़े-कोरोना वायरस के बढ़ते मामलो पर स्वास्थ्य मंत्रालय का बड़ा बयान, कहा-तबलीगी जमात के लोगों के घूमने से पीड़ितों की संख्या में हुआ इजाफा
निजामुद्दीन मरकज का पहला वीडियो, बड़ी संख्या में मौजूद हैं लोग
वही पिछले दो दिन से निजामुद्दीन स्थित मरकज तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद कंधालवी फरार चल रहे हैं. इसके साथ ही मौलाना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. इस वीडियो में साद साफ-साफ कह रहे हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग की कोई जरूरत नहीं है, और न ही यह हमारे धर्म में कहीं लिखा है.