Coronavirus: अगर आपमें दिखाई दे रहे हैं COVID-19 के लक्षण तो जानें ऐसी स्थिति में क्या करें और क्या नहीं?

कोविड-19 के बढ़ते मामलों से दुनिया भर के लोग चिंतित हैं. पिछले साल यानी दिसंबर 2019 में चीन के वुहान से फैली यह एक बेहद खतरनाक संक्रामक महामारी है. सर्दी, जुकाम, सुखी खांसी और बुखार नोवेल कोरोना वायरस के सामन्य लक्षण हैं. अगर आपमें भी फ्लू जैसे कोई लक्षण नजर आते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

Coronavirus: दुनिया भर में कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से हाहाकार मचा हुआ है. आलम तो यह है कि दुनिया के 185 देशों में कोरोना वायरस तेजी से अपना प्रकोप (Coronavirus Outbreak) दिखा रहा है और इसका सामना करना हर किसी के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. दुनिया भर में कोविड-19 (COVID-19) के चलते मरने वालों के आंकड़ों पर नजर डालें तो अब तक 14000 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि तीन लाख से ज्यादा लोग इससे संक्रमित बताए जा रहे हैं. भारत में भी कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 400 के करीब पहुंच गई है, जबकि अब तक 7 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.

कोविड-19 के बढ़ते मामलों से दुनिया भर के लोग चिंतित हैं. पिछले साल यानी दिसंबर 2019 में चीन के वुहान से फैली यह एक बेहद खतरनाक संक्रामक महामारी है. सर्दी, जुकाम, सुखी खांसी और बुखार नोवेल कोरोना वायरस के सामन्य लक्षण हैं. अगर आपमें भी फ्लू जैसे कोई लक्षण नजर आते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं, चलिए जानते हैं.

क्या करें और क्या नहीं

1- अगर आपने हाल ही में ऐसे किसी देश की यात्रा की है जो पिछले कोविड-19 से प्रभावित हैं या किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं तो आपको टेस्ट कराने की आवश्यकता हो सकती है. खासकर तब जब आपमें बुखार और सूखी खांसी के लक्षण दिखाई दे रहे हों. जिन अस्पतालों में इसके टेस्ट किए जाते हैं वहां आप संपर्क करके अपनी जांच करा सकते हैं.

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2- सरकारी अस्पताल या हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करें और उन्हें नमूना लेने के लिए किसी को अपने घर भेजने के लिए कहें. अगर वे घर आने के लिए सहमत नहीं होते हैं तो ऐसी स्थिति में टेस्ट कराने के लिए लंबी कतार में खड़े रहने के लिए अस्पताल न जाएं. इससे वहां संक्रमण का खतरा फैल सकता है. ऐसे में अपने डॉक्टर से पूछें कि क्या आप खुद को घर में क्वारेंटाइन कर सकते हैं. अगर आपसे डॉक्टर अस्पताल में आकर टेस्ट कराने के लिए कहते हैं तो एक अलग कतार में खड़े रहें, अपने चेहरे पर मास्क लगाएं और सैनिटाइजर साथ ले जाएं.

3- उन सभी लोगों की लिस्ट बनाएं, जिनसे आप पिछले कुछ दिनों में मिले हैं. उन सभी को सूचित करें कि आप पिछले कुछ दिनों से ठीक नहीं महसूस कर रहे हैं और एहतियात के तौर पर खुद को क्वारेंटाइन किया है, भले ही आपने अभी तक कोरोना वायरस की पुष्टि के लिए टेस्ट ही क्यों न कराया हो, लेकिन सतर्कता बेहद आवश्यक है.

4- अपने घर के भीतर अपने परिवार के सदस्यों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाकर रखें. खासकर बुजुर्ग सदस्यों का खास तौर पर ख्याल रखें. घर के सभी दरवाजों के हैंडल, खिड़कियों और उन जगहों को सैनिटाइज करें, जिन्हें आप स्पर्श करते हैं. बता दें कि कोरोना वायरस संभवत: सतहों पर 8 घंटे या उससे अधिक समय तक जीवित रह सकते हैं. इस दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान दें.

5- अपने डॉक्टर के साथ लगातार संपर्क में रहें और उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें. वॉट्सऐप या अन्य सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस को लेकर फैल रही अफवाहों पर ध्यान न दें. अगर आपने कोरोना वायरस जैसे कोई लक्षण नजर आते हैं तो ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं और ढेर सारा आराम करें.

6- इन बातों का ख्याल रखते हैं तो आपको 5-7 दिन के भीतर बेहतर महसूस होगा. बता दें कि बहुत कम लोग ही इस वायरस से गंभीर रूप से प्रभावित होते हैं. अगर आप अपने घर पर आराम कर रहे हैं और इस दौरान किसी प्रकार की चिंता और तनाव से ग्रसित नहीं है तो आप जल्दी स्वस्थ हो सकते हैं. बस इस बात का ख्याल रखें कि घर के दूसरे सदस्यों तक आपका संक्रमण न पहुंच पाए.

7- अगर आप उन लोगों में से हैं जिनके लिए इस वायरस से लड़ना मुश्किल हो रहा है या फिर आपको सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही है तो आपको अस्पताल में भर्ती होने पर विचार करने की जरूरत है. सांस लेने में दिक्कत महसूस होने पर आपको वेंटिलेटर पर रखकर ऑक्सीजन दिया जा सकता है, इसलिए सांस लेने में तकलीफ महसूस होने पर फौरन किसी अस्पताल में जाएं.

8- अगर आप एक बुजुर्ग व्यक्ति हैं और आपको डायबिटीज, दिल की बीमारी या कोई अन्य बीमारी है तो आपको सुखी खांसी और बुखार जैसे लक्षण नजर आने पर फौरन अस्पताल जाना चाहिए. इस स्थिति में आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और उनकी सलाह का सख्ती से पालन करना चाहिए.

9- हमेशा याद रखें कि कोरोना वायरस बेहद संक्रामक है, इसलिए इस बात का ख्याल रखें कि यह प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है कि समाज और अपने देश में इस संक्रमण को रोकने की हर मुमकिन कोशिश की जाए. इसके प्रसार को रोकने के लिए अपने मुंह को मास्क से कवर करें और अपने हाथों को बार-बार सैनिटाइज करें. आपकी छोटी सी सावधानी इस संक्रमण को दूसरों तक फैलने से रोक सकती है. यह भी पढ़ें: Coronavirus Scare: इस ब्लड ग्रुप वालों को है कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा खतरा, इन्हें थोड़ी राहत

10- कोरोना वायरस को लेकर घबराने की बजाय इसकी रोकथाम पर जोर दिया जाना चाहिए. आप अपनी सावधानी से खुद को और दूसरों को संक्रमित होने से बचा सकते हैं. अगर आप इसकी चपेट में आ भी जाते हैं तो समय रहते इसकी जांच करवाकर आप जल्द ही स्वस्थ भी हो सकते हैं और कोरोना वायरस के प्रति जागरूकता और बचाव के नियमों का पालन ही इस महामारी से लड़ने का सबसे बड़ा हथियार साबित हो सकता है.

गौरतलब है कि अगर आपके भीतर कोविड-19 से जुड़े किसी प्रकार के लक्षण नजर आते हैं तो इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें. फौरन अपने चिकित्सक की सलाह लें और दूसरों के संपर्क में जाने से खुद को रोकें. कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जारी सभी दिशा-निर्देशों का पालन करके आप खुद और दूसरों को भी इस महामारी से बचा सकते हैं.

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