देश भर में कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे है. वहीं दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी के प्रमुख और विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख वैज्ञानिक ने कहा कि, कोरोना वायरस टीका निर्माण के लिए वैश्विक स्तर पर कच्चे माल की कमी का सामना करना पड़ सकता है.
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया लिमिटेड (Serum Institute of India Limited) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला ने गुरुवार को बताया कि अमेरिकी कानून की वजह से टीके के लिए बैग, फिल्टर सहित कुछ प्रमुख वस्तुओं के निर्यात में गंभीर अड़चने पैदा होंगी.
ज्ञात हो कि, सीरम को एस्ट्राजेनेका और नोवावैक्स से करोड़ों कोरोना टीकों का उत्पादन करने के लिए लाइसेंस प्राप्त है. वहीं पूनावाला ने कहा कि अगर हमें पूरी दुनिया के लिए वैक्सीन का निर्माण करना पड़ा तो हमें इन महत्वपूर्ण कच्चे माल को लेकर दिक्कतें हो सकती है.
पूनावाला ने ये भी कहा कि इसके लिए बाइडेन प्रशासन ने चर्चा करने की जरूरत है. पूनावाला ने कहा कि भारत की ओर से टीके को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिलने के बाद सीरम ने पिछले दो महीनों में एक्ट्राजेनेका टीके की 90 मिलियन खुराक विदेशों में भेजे हैं.