नई दिल्ली, 25 जून : देश भर में कोरोना की दूसरी लहर के मामले भले ही धीमे पड़ गए हों, लेकिन डॉक्टरों को कोरोना संक्रमण से अभी भी जान गवानी पड़ रही है. इंडीयन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार अब तक 776 डॉक्टरों की दूसरी लहर में कोरोना संक्रमण से मौत हुई है. वहीं दूसरी लहर में सबसे अधिक बिहार में 115 डॉक्टरों की जान गई है. आईएमए के मुताबिक इस तरह से कोरोना संक्रमण की दोनों लहरों में कुल 1524 डॉक्टरों की मृत्यु हुई है. यदि पिछले लहर की बात करें तो 748 डॉक्टरों की जान गई थी.बिहार के बाद दिल्ली ऐसा राज्य है जहां अधिक डॉक्टरों की मौतें दर्ज की गई हैं. यदि आंकड़ों की बात करें तो दिल्ली में 109, उत्तरप्रदेश में 79, राजस्थान 44, झारखंड 39 और आंध्रप्रदेश में 40 डॉक्टरों की जान गई है.
हालांकि कुछ ऐसे राज्य भी हैं जहां डॉक्टरों की जान न के बराबर गई है, जिनमें पुडुचेरी 1, त्रिपुरा 2, उत्तराखंड 2, गोआ 2 वहीं जम्मू कश्मीर और पंजाब में 3 डॉक्टरों की दूसरी लहर में संक्रमण के कारण मृत्यु हुई है. आईएमए द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, कोरोना की दूसरी लहर में अधिकतर 30 से 55 वर्ष के डॉक्टरों की जान गई है, इनमें रेजिडेंट डॉक्टर, इंटर्नशिप करते डॉक्टर भी शामिल हैं. इसके अलावा कुछ गर्भवती महिला डॉकटरों की भी जान गई है. यह भी पढ़ें : COVID-19: ओडिशा में कोविड-19 के 2,912 नए मामले, 40 लोगों की मौत
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 51,667 नए मामले दर्ज किए गए हैं. नए मामलों के साथ देश में अब तक कुल मरीजों की संख्या 3,01,34,445 पहुंच गई है. आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटे में कोरोना के चलते 1,329 मरीजों ने जान गंवाई है. देश में अब कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 3,93,310 हो गई है, जो कुल मामलों का 1.31 प्रतिशत है. कोरोना के सक्रिय मामले अब 8 लाख से नीचे आ गए हैं. देश में वर्तमान में 6,12,868 सक्रिय मामले हैं.