तुर्की में खुला कांग्रेस का नया ऑफिस, शिक्षा, संस्कृति,और पर्यटन को दिया जाएगा बढ़ावा
तुर्की (Turkey) देश में कांग्रेस (Indian National Congress ) ने अपना नया दफ्तर खोला है. तुर्की में कांग्रेस का दफ्तर उनकी ओवरसीज शाखा ने खोला है. कांग्रेस इस नए दफ्तर पर अब सियासी सुगबुगाहट तेज होने लगी है. अनादोलू (Anadolu Agency) की एक खबर के अनुसार, इस दफ्तर को इस्ताम्बुल में बनाया गया है, इसके साथ ही मोहम्मद युसूफ खान (Mohammad Yusuf Khan) नामक एक शख्स को दफ्तर की जिम्मेदारी सौंपी गई है. एजेंसी की खबर के मुताबिक भारत और तुर्की शिक्षा, संस्कृति,स्वास्थ्य और पर्यटन के क्षेत्र और रिश्तों को प्रगाढ़ बनाने का काम किया जाएगा. भारतीय सैलानी बड़ी संख्या में हर साल इस्तांबुल में अपनी पसंदीदा जगहों पर घुमने जाते हैं.
तुर्की (Turkey) देश में कांग्रेस (Indian National Congress ) ने अपना नया दफ्तर खोला है. तुर्की में कांग्रेस का दफ्तर उनकी ओवरसीज शाखा ने खोला है. कांग्रेस इस नए दफ्तर पर अब सियासी सुगबुगाहट तेज होने लगी है. अनादोलू (Anadolu Agency) की एक खबर के अनुसार, इस दफ्तर को इस्ताम्बुल में बनाया गया है, इसके साथ ही मोहम्मद युसूफ खान (Mohammad Yusuf Khan) नामक एक शख्स को दफ्तर की जिम्मेदारी सौंपी गई है. एजेंसी की खबर के मुताबिक भारत और तुर्की शिक्षा, संस्कृति,स्वास्थ्य और पर्यटन के क्षेत्र और रिश्तों को प्रगाढ़ बनाने का काम किया जाएगा. भारतीय सैलानी बड़ी संख्या में हर साल इस्तांबुल में अपनी पसंदीदा जगहों पर घुमने जाते हैं.
बता दें कि नेशनल पार्टी अन्य देशों में भी अपने दफ्तर खोलते हैं, अगर बात बीजेपी की करें तो लगभग 40 देश में इनकी ओवरसीज शाखा के दफ्तर हैं. वहीं कांग्रेस के यूके, अमेरिका भी दफ्तर हैं. ऐसे में तुर्की में कांग्रेस दफ्तर खुलना एक सामन्य बात है. कांग्रेस के सी नए दफ्तर को लेकर बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्विटर पर कहा, कि कांग्रेस ने अपना ऑफिस तुर्की में खोला है. तुर्की ने कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने पर पाकिस्तान का समर्थन किया था. फिलहाल अभी तक इस मसले पर कांग्रेस किसी बड़े नेता का कोई बयान नहीं आया है.
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तुर्की और भारत के रिश्तों में खटास
गौरतलब हो कि कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन करने वाले तुर्की ने हाल ही में सीरिया में हमला कर दिया था. जिसके बाद भारत ने तुर्की के इस कदम की आलोचना करते हुए कहा था कि इससे मध्य-पूर्व में अस्थिरता पैदा हो सकती है. तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन ने 24 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर का मुद्दा उठाया था.
भारत और तुर्की के बीच रिश्तों में आई खटास के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रीस, साइप्रस और अर्मेनिया के साथ संबंधों को और प्रगाढ़ करना शुरू कर दिया है. इसके एक कुटनीतिक पहल माना जा रहा है.