नई दिल्ली, 14 जून : दिल्ली पुलिस ने ईडी कार्यालय की ओर मार्च करने की कोशिश करने वाले कई कांग्रेस नेताओं को हिरासत में लिया है, जहां पार्टी नेता राहुल गांधी से पूछताछ की जा रही है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एआईसीसी मुख्यालय के बाहर धरना दिया. धरने पर बैठे भूपेश बघेल ने जांच एजेंसियों के दुरूपयोग और विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए भाजपा सरकार पर निशाना साधा.
सीएम बघेल ने ईडी की कार्रवाई को राजनीतिक पूर्वाग्रह और दुर्भावनापूर्ण करार दिया है. यह एक राजनीतिक प्रतिशोध है और मामले में जांच का कोई आधार नहीं है. कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ एकजुटता दिखाते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय तक मार्च निकाला. इस दौरान के.सी. वेणुगोपाल, अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, रंजीत रंजन, रणदीप सिंह सुरजेवाला, इमरान प्रतापगढ़ी और अन्य कांग्रेस नेताओं को पुलिस हिरासत में लेकर अलग-अलग थानों में भेज दिया गया. भाजपा सरकार को आड़े हाथ लेते हुए बघेल ने कहा कि जब तक केंद्र अत्याचार करता रहेगा, विरोध जारी रहेगा. यह भी पढ़ें : बीजेपी के हुए दीपक, सीएम धामी और प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में थामा बीजेपी का दामन
सीएम बघेल ने कहा, "केंद्र की भाजपा सरकार को बताना चाहिए कि पिछले आठ वर्षों में किसी भी भाजपा समर्थक पार्टी के नेता के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई है या नहीं. जैसे ही कोई नेता भाजपा में शामिल होता है, उसके खिलाफ सभी मामले और मामले शांत हो जाते हैं. विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए ईडी, सीबीआई, आईटी का उपयोग किया जा रहा है." कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे ने कहा, "यह लोकतंत्र के लिए काला दिन है जहां विपक्षी नेताओं को सरकार पर सवाल उठाने के लिए परेशान किया जा रहा है." मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी मंगलवार को लगातार दूसरे दिन प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश हुए.