Alwar Rape Case: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अलवर दुष्कर्म पीड़िता के पिता से बात कर न्याय का आश्वास दिया

वहीं इस मामले में बीजेपी के हमलों का जवाब देते हुए धीरज गुर्जर ने कहा कि बीजेपी के नेताओं को बेटी के लिए न्याय से कोई मतलब नहीं है. वे लोग तो बेटी को बदनाम करने वाले एवं बलात्कार पीड़िता के परिवार को प्रताड़ित करने वाले लोग ह जहां पर प्रियंका गांधी के 'लड़की हूँ लड़ सकती हूँ' अभियान ने आज महिलाओं की आवाज को ताकत दी है.

प्रियंका गांधी (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने की मूक-बधिर अलवर (Alwar) दुष्कर्म पीड़िता के पिता से बात की. कांग्रेस (Congress) नेता ने बच्ची का हालचाल पूछा और मदद का भरोसा दिलाया. दरअसल गत 12 जनवरी को राजस्थान (Rajasthan) के अलवर में नाबालिग मूक-बधिर बच्ची के साथ दुष्कर्म (Rape) की हैरान कर देने वाली घटना हुई थी. आरोपी बच्ची को बेहोशी की हालत में पुलिया पर फेंक कर फरार हो गए थे. जिसको लेकर राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस की गहलोत सरकार (Gehlot government) पर बीजेपी (BJP) ने हमला भी बोला था. इस बीच कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने पीड़िता के पिता से फोन पर बात करते हुए उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. Priyanka Gandhi ने PM Modi से पूछा, बिना ऑर्डर-FIR के मुझे 28 घंटे से हिरासत में रखा है, जबकी किसानों को कुचलने वाले की गिरफ्तारी अब तक नहीं, क्यों?

पार्टी के अनुसार कांग्रेस महासचिव ने अलवर की घटना को निंदनीय बताया है. फिलहाल पीड़ित परिवार को प्रियंका ने राजस्थान सरकार के सहयोग से दोषियों को स़ख्त से स़ख्त सजा दिलाने और पीड़ित परिवार को न्याय दिलवाने का आश्वास दिया है.

कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर ने पीड़ित परिवार और प्रियंका गांधी की बातचीत की जानकारी देते हुए कहा कि प्रियंका गांधी ने पूरे संवेदनशील तरीके से परिवार से बात की है और उनको पूरी मदद का वादा किया है.

वहीं इस मामले में बीजेपी के हमलों का जवाब देते हुए धीरज गुर्जर ने कहा कि बीजेपी के नेताओं को बेटी के लिए न्याय से कोई मतलब नहीं है. वे लोग तो बेटी को बदनाम करने वाले एवं बलात्कार पीड़िता के परिवार को प्रताड़ित करने वाले लोग ह जहां पर प्रियंका गांधी के 'लड़की हूँ लड़ सकती हूँ' अभियान ने आज महिलाओं की आवाज को ताकत दी है. वहीं, बीजेपी का मूल मकसद न्याय के लिए आवाज उठाना नहीं, बल्कि महिलाओं की आवाज पर हमला बोलना है.

इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी घटना का संज्ञान लेते हुए सभी अधिकारियों से जवाब माँगा था और घटना में पीड़िता को न्याय दिलाने का वादा किया था.

हालांकि इस बीच अलवर में मूक-बधिर बालिका से दुष्कर्म मामले में शुक्रवार को अलवर पुलिस अधीक्षक का एक बयान सामने आया है. पुलिस के मुताबिक जयपुर के जेके लोन अस्पताल में 5 डॉक्टरों की एक टीम ने बालिका की मेडिकल जांच की है. उनकी रिपोर्ट अलवर पुलिस को मिल चुकी है. रिपोर्ट के मुताबिक बालिका के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ है.

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