Ganeshotsav 2025: पिछले साल की तुलना में इस साल खेतवाड़ी के गणेश प्रतिमा की उंचाई होगी कम, 64वें वर्ष जाने क्या होगा खास
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Ganeshotsav 2025: हर साल की तरह साल भी मुंबई में गणेशोत्सव की धूम देखी जा रही है. मुंबईचा राजा के बाद 'खेतवाड़ीचा लंबोदर' की चर्चा पूरे शहर में रहती है. इस बार मूर्ति में काफी बदलाव किया गया है. इस बार मूर्ति की उंचाई कम की गई है. मुंबई के दक्षिणी हिस्से में स्थित खेतवाड़ी गणेशोत्सव के समय खास चर्चा में रहता है. यहां की हर गली अपने भव्य पंडाल और विशाल गणेश प्रतिमाओं के लिए मशहूर है.

खासकर खेतवाड़ी 11वीं गली सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल, जिसकी स्थापना 1962 में हुई थी, इस साल अपना 64वां वर्ष मना रहा है.ये भी पढ़े:Goga Navami 2024: क्या है गोगा नवमी, क्यों पूजा जाता है जाहर वीर गोगा को? जानें तिथि और महत्व

'मुंबईचा महाराजा' इस बार 42 फीट के स्वरूप में

मंडल के अध्यक्ष हेमंत दीक्षित ने बताया कि इस बार 'मुंबईचा महाराजा' यानी 'खेतवाड़ीचा लंबोदर' स्वानंद अवतार में विराजमान हैं. रविवार, 10 अगस्त को इस भव्य प्रतिमा का अनावरण किया गया, जिसे देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी.

इस साल उंचाई रहेगी कम

पिछले साल 47 फीट और 2023 में 45 फीट की प्रतिमा बनाई गई थी, जबकि इस बार इसकी ऊंचाई 42 फीट रखी गई है. दीक्षित के मुताबिक, ऊंचाई कम करने का कोई विशेष कारण नहीं है.इस साल की प्रतिमा गिरगांव के मूर्तिकार सुनील वरदकर ने तैयार की है. थीम 'स्वानंद लोक' रखी गई है, जिसे भगवान गणेश का दिव्य लोक माना जाता है.एक ऐसा स्थान जहां केवल आनंद और शांति होती है और भगवान गणेश स्वानंद बाल गणपति रूप में विराजते हैं.दीक्षित ने बताया कि इस अवतार में गणेशजी मूल 'स्वानंद गणपति' रूप में हैं, और उनके नीचे 'याली' की आकृति है. याली एक पौराणिक जीव है, जिसका शरीर सिंह का, सिर हाथी का और पैर घोड़े या सिंह के होते हैं. इसे कभी सिंहासन के रूप में, तो कभी प्रतिमा के पीछे सजावटी मेहराब का हिस्सा बनाया जाता है.

गणेशोत्सव की तिथियां

इस साल गणेश चतुर्थी 27 अगस्त से शुरू होकर 6 सितंबर तक मनाई जाएगी. खेतवाड़ी का यह भव्य आयोजन एक बार फिर मुंबईवासियों और बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खास आकर्षण बना रहेगा.