MP के रीवा में 2 लोगों के बीच निजी लड़ाई को दिया गया सांप्रदायिक रंग
कुछ निजी टिप्पणियों को लेकर एक-दूसरे को जानने वाले दो लोगों के बीच हुई झड़प को कथित तौर पर सांप्रदायिक रंग दे दिया गया, जिसमें से एक ने आरोप लगाया कि नूपुर शर्मा का समर्थन करने कारण उन पर हमला किया गया.
भोपाल, 26 जुलाई : कुछ निजी टिप्पणियों को लेकर एक-दूसरे को जानने वाले दो लोगों के बीच हुई झड़प को कथित तौर पर सांप्रदायिक रंग दे दिया गया, जिसमें से एक ने आरोप लगाया कि नूपुर शर्मा का समर्थन करने कारण उन पर हमला किया गया. घटना कुछ दिन पहले मध्य प्रदेश के रीवा जिले की है. यह घटना बैकुंठपुर क्षेत्र (रीवा जिला मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर) के एक ही गांव के दो व्यक्तियों मुकेश तिवारी और मोहम्मद सुलेमान की लंबे समय बाद एक-दूसरे से मुलाकात के बाद हुई.
मुकेश सुलेमान के छोटे भाई का दोस्त था और पढ़ाई के दौरान दोनों रूम पार्टनर थे. मुकेश और सुलेमान अपने-अपने परिवार पर चर्चा करने लगे. बातचीत के क्रम में मुकेश ने छोटे भाई के नौकरी छोड़ने का कारण पूछा. इसके बाद मैत्रीपूर्ण चर्चा गर्मागर्म बहस में बदल गई. सुलेमान ने आपत्ति जताई कि मुकेश को उसकी पत्नी और छोटे भाई के बारे में टिप्पणी नहीं करनी चाहिए, क्योंकि वे दोस्त थे. घटना की जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि दोनों के बीच चल रही बहस हाथापाई में बदल गई. मारपीट के दौरान मुकेश का हाथ टूट गया. कुछ स्थानीय लोगों ने बीच-बचाव कर दोनों को अलग कर दिया. इसके बाद मुकेश बैकुंठपुर थाने पहुंचा और सुलेमान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई. मुकेश ने अपनी शिकायत में सुलेमान पर मारपीट करने का आरोप लगाया, जिससे उसका हाथ टूट गया. उसने यह भी आरोप लगाया कि सुलेमान ने उसके पैसे लूट लिए. यह भी पढ़ें : राज्यसभा से 19 विपक्षी सदस्यों का निलंबन : गतिरोध बरकरार
राज कुमार तिवारी (नगर निरीक्षक- बैकुंठपुर) के अनुसार, प्राथमिकी में हाथापाई और पैसे छीनने का उल्लेख किया गया था. पीड़ित मुकेश जब अपने टूटे हुए हाथ का बेहतर इलाज कराने के लिए रीवा गया, उसके बाद इस मुद्दे को सांप्रदायिक रंग दे दिया गया. सूत्रों ने बताया कि मुकेश के भाई आशीष तिवारी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े थे. मुकेश और आशीष ने मिलकर सुलेमान से बदला लेने का फैसला किया और इस लड़ाई को नूपुर शर्मा विवाद से जोड़ दिया. विडंबना यह है कि मुकेश, जिसने पुलिस स्टेशन में दर्ज अपनी शिकायत में सुलेमान पर उसकी पिटाई करने और उसके पैसे छीनने का आरोप लगाया था, उसने बाद में कुछ स्थानीय मीडियाकर्मियों को बताया कि नूपुर शर्मा का समर्थन करने के कारण लिए उसे एक मुस्लिम ने पीटा.
राज कुमार तिवारी ने कहा, "एफआईआर में मुकेश ने आरोप लगाया कि उसे सुलेमान ने पीटा था. दोनों पक्ष एक-दूसरे से बहुत परिचित हैं, क्योंकि वे सालों से एक ही गांव में रह रहे हैं. अलग-अलग धर्मो से होने के बावजूद परिवारों के बीच अच्छा रिश्ता था. लेकिन कुछ लोगों ने गुमराह किया. मुकेश ने इसे नूपुर शर्मा मामले से जोड़ने का एक बेहतर विकल्प ढूंढा, ताकि पुलिस सुलेमान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे."