Meat-liquor Ban in Mathura: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने मथुरा में चिकन, मटन और शराब की बिक्री बंद करने का फैसला लिया है. जन्मअष्टामी के मौके पर भगवान कृष्ण के दर्शन करने पहुंचे उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने कहा कि, मथुरा-वृंदावन देश की धरोहर और धार्मिक स्थल है. यहां इस तरह मीट और शराब की बिक्री भावनाओं को आहत करने जैसी है. भगवान कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में मीट और शराब की बिक्री पूरी तरह बंद की जाएगी.
इतना ही नहीं मुख्यमंत्री योगी ने यह भी कहा कि, आजादी के बाद रामनाथ कोविंद पहले राष्ट्रपति, जिन्होंने अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन किए. इससे पहले सरकारों में बैठे लोगों को पूजा करने में भी सांप्रदायिकता का भय होता था. जो पहले मंदिर जाने में संकोच करते थे, अब कहते हैं राम और कृष्ण हमारे हृदय में हैं. पहले हिन्दू त्योहारों पर न बिजली होती थी न पानी, राजनीतिक परिवर्तन के बाद मिलने लगी. यह भी पढ़े: अयोध्या जिले में मीट और शराब पर बैन लगा सकती है योगी सरकार, संतो ने की थी मांग
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ब्रज भूमि को पांच हजार वर्षों पूर्व का स्वरूप देने का प्रयास हो रहा है. वह ब्रज क्षेत्र के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे. सभी जनप्रतिनिधि इस ओर प्रयासरत हैं. सांस्कृतिक विरासत हमारी पहचान है. अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण आरंभ हो गया है. आजादी के बाद पहले राष्ट्रपति हैं, जो अयोध्या का दर्शन करने पहुंचे.
फिरोजाबाद का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री योगी सोमवार दोपहर को करीब तीन बजे मथुरा पहुंचे थे. श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाने मथुरा पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज त्योहारों पर बधाई देने के लिए होड़ लगी है. पहले आपके पर्व-त्योहारों में बधाई देने के लिए न तो कोई मुख्यमंत्री आता था और न ही कोई मंत्री. लोग डरते थे कि उन्हें साम्प्रदायिक न मान लिया जाए. पर्व-त्योहारों में बंदिशे लगती थीं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी श्रीकृष्णोत्सव में शामिल होने के लिए यहां पहुंचे. वह यहां करीब दो घंटे तक रुके. इस दौरान उन्होंने संतों को सम्मानित किया. श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर में कान्हा के दर्शन किए. आज आधी रात को कृष्ण कन्हाई घर-घर में जन्म लेंगे. भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में जन्माष्टमी की धूम है. कान्हा के जन्मोत्सव का साक्षी बनने के लिए लाखों भक्त ब्रज में डेरा डाले हुए हैं. उन्होंने कहा, अलर्ट जारी होता था कि रात 12 बजे बाद कोई भी कार्यक्रम नहीं करेंगे. अब तो ऐसी कोई बंदिश नहीं है, भगवान श्रीकृष्ण का जन्म ही रात में 12 बजे होता है. अब तो हर्षोल्लास के साथ पर्व मनाया जाता है.