COVID-19: चीन में कोविड रिटर्न के बाद भारत में भी टेंशन, क्‍या आएगी कोरोना की चौथी लहर?
कोविड-19 (Photo Credits: ANI)

चीन (China) में कोरोना वायरस (Coronavirus) से हालात एक बार फिर बद से बदतर होते जा रहे हैं. चीन में कोरोना के सारे रिकॉर्ड टूटने लगे हैं. चीन में मंगलवार को 5,000 से ज्यादा मामले सामने आए. जब से महामारी शुरू हुई है, तब से चीन में कभी भी एक दिन में इतने ज्यादा केस नहीं आए. अब जिस तरह से चीन में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है वह अन्य देशों के लिए भी चिंता का विषय है. चीन में कई इलाकों में लॉकडाउन लग चुका है और लोगों पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी गई हैं. चीन में कोरोना के मामलों में तेजी का मुख्य कारण ओमिक्रॉन का सबवेरिएंट BA.2 है. COVID Vaccine For Children: 12-14 साल के बच्‍चों को आज से लगेगी कोरोना वैक्‍सीन, यहां जानें इससे जुड़ी हर जानकारी.

सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में मिला यह सबवेरिएंट अब चीन के अलावा पश्चिमी यूरोप के कई देशों में संक्रमण बढ़ने का कारण बन गया है. इस बीच भारत के लिए भी चिंता बढ़ गई है. भारत में अभी कोरोना वायरस के नए मामले लगातार घट रहे हैं. देशभर में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के कुल 2876 नए मामले सामने आए हैं. पिछले 24 घंटों में देशभर में कुल 98 लोगों की कोविड से मौत भी हुई है. एक्टिव केस की संख्या घटकर 40 हजार से भी नीचे आ गई है.

भारत में महामारी की रफ्तार घट रही है मगर एशिया के अन्य हिस्सों के साथ-साथ यूरोप के कई हिस्‍सों में कोरोना फिर पांव पसार रहा है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या भारत में भी कोरोना का खतरा एक बार फिर बढ़ सकता है? तीसरी लहर के बाद क्या अब देश में कोरोना की चौथी लहर आ सकती है?

क्या कहते हैं वैज्ञानिक

कुछ वैज्ञानिक गणितीय मॉडल के आधार पर कोरोना की चौथी लहर (Fourth Wave of COVID-19) आने की बात कह रहे हैं. वहीं कुछ वैज्ञानिकों का कहना है कि जब तक कोरोना का कोई नया घातक वेरिएंट नहीं आता है तब तक किसी बड़ी लहर की संभावना नहीं दिखाई दे रही है.

कुछ स्टडी में कहा जा रहा है कि विदेशों में कोरोना की चौथी और पांचवी लहर आ चुकी है तो भारत में भी यह आएगी यह कहना गलत होगा क्‍योंकि विदेशों में जो आखिरी लहर आई है उसकी वजह ओमिक्रोन वेरिएंट था, वहीं भारत में भी तीसरी लहर में यही वेरिएंट प्रभावी रहा है. इसी की वजह से भारत में कोरोना केस लाखों में पहुंच गए लेकिन उतनी ही तेजी से देशभर में केस घट भी गए. वैज्ञानिकों का कहना है कि इसके बाद कोई और वेरिएंट नहीं आया तो अगली लहर की संभावना नहीं बनती.

आईआईटी कानपुर ने कही यह बड़ी बात

कुछ समय पहले आईआईटी कानपुर के कोरोना वायरस के अध्ययन ने भविष्यवाणी की थी कि भारत में महामारी की चौथी लहर दिखाई देगी. उन्होंने बताया कि यह 22 जून के आसपास शुरू हो सकती है और इस साल मध्य से अगस्त के अंत तक चरम पर हो पीक पर रह सकती है.

वहीं कोविड टास्क फोर्स के हेड डॉक्टर नरेंद्र कुमार ने चौथी लहर को लेकर कहा कि भारत में BA.2 की वजह से कोरोना मामले बढ़ने की संभावना कम दिखाई पड़ती है. उन्होंने कहा, भारत में लोगों की इम्यूनिटी में इजाफा देखने को मिला है.