नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के केंद्र चीन के वूहान शहर में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने का काम पूरा हो गया। इसके साथ ही दो चरणों में करीब 650 लोगों को सुरक्षित भारत लाया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि लोगों को स्वदेश लाने की प्रक्रिया पूरी हो गई है, हालांकि बुखार और फ्लू जैसे लक्षण वाले छह भारतीय रविवार को एयर इंडिया के दूसरे विमान से भारत नहीं आ सके. एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, "हमने बोइंग 747 के दो उड़ानों को भेजने का फैसला किया था और उन्होंने योजना के अनुसार 650 भारतीयों को दो दिनों में भेजने का फैसला किया.
हालांकि छह भारतीयों को सहमति फॉर्मो की वजह से वहीं छोड़ना पड़ा, जिसपर वहां से निकलने वाले सभी लोगों को हस्ताक्षर करना पड़ता है। वहां से निकलने से पहले सभी को बेसिक स्क्रीनिंग के बाद मेडिकल क्लीरियेंस प्राप्त करना जरूरी है. "मध्य चीन के हुबेई प्रांत के वूहान शहर की आबादी कुल 1.1 करोड़ है, जहां लोग कोरोना वायरस फैलने के बाद काफी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. यह भी पढ़े: कोरोना वायरस: एयर इंडिया के विशेष विमान से वुहान से 324 भारतीयों को लाया गया, जांच जारी
वूहान में रह रहे भारतीयों के कोई आधिकारिक आंकड़े नहीं हैं. यहां इस वायरस से अब तक 300 लोगों की मौत हो गई है और 14,000 लोग इससे प्रभावित हैं. हालांकि सरकार ने कई भारतीय समूहों के साथ ऑनलाईन सहमति फॉर्मो को साझा किया था, जिसपर सशर्त निकासी के लिए हस्ताक्षर करना जरूरी है। भारत पहुंचने पर एकांत में रखने के शर्त के अलावा, सरकार ने यह भी कहा है कि प्रारंभिक मेडिकल जांच के आधार पर किसी व्यक्ति की निकासी को रद्द किया जा सकता है.
बीजिंग में मौजूद आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि कुछ भारतीय खुद ही भारत नहीं आना चाहते हैं। कुछ छात्र अपनी पढ़ाई छोड़ वापस भारत जाने में समय बर्बाद नहीं करना चाहते हैं. दूसरी ओर, कुछ छात्र इस प्रक्रिया में कोरोना वायरस के फैलने के डर से भारत नहीं जाना चाहते हैं.